सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार 

विश्व को जानने की विज्ञान और अध्यात्म की क्षमता: आधुनिक विज्ञान केवल दृश्य स्वरूप ग्रह-तारों के विषय में ही थोडी बहुत जानकारी दे सकता है । इसके विपरीत अध्यात्मशास्त्र सप्तलोक और सप्तपाताल के सूक्ष्म जगत की जानकारी देता है ।

Shankaracharya Nischalananda On Raising Arms : जो स्वभाव से दुष्ट हैं, उनके विरुद्ध अस्त्र उठाना अपराध नहीं !

विनम्रता के नाम पर अन्याय सहना सहनशीलता नहीं है।

Pandit Dhirendra Krishna Shastri : ‘वासना के पुजारी’ जैसे शब्दों का उपयोग क्यों ? वासना के पादरी अथवा मौलाना क्यों नहीं ? -पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री

भारत में हिन्दू संतों, महंतों, धार्मिक गुरुओं तथा पुजारियों की फिल्मों, जनसंचार माध्यमों तथा अन्य माध्यमों से आलोचना की जाती है । इसके विपरीत, कई वासनात्मक गतिविधियों में लिप्त मौलाना अथवा पादरी के संबंध में कुछ नहीं कहा जाता है ।

धर्म-परिवर्तन करनेवालों को राजनेताओं का संरक्षण मिलता है ! – जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी  

धर्म-परिवर्तन करनेवालों को राजनेताओं से संरक्षण मिलता है । तालिबान के शासनकाल में ४ ईसाई वहां मुसलमानों का धर्म-परिवर्तन करने गए थे; तब तालिबानी मुसलमानों ने उन्हें फांसी दी ।

गुजरात में ‘कर्णावती समन्वय परिवार गुजरात’ संस्था द्वारा उत्तम धर्मप्रसार कार्य के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री के हाथों सनातन संस्था का सम्मान !

‘समन्वय परिवार गुजरात’ की ओर से ‘पूर्व शंकराचार्य श्री भारतमाता मंदिर, हरिद्वार’ के द्वितीय संस्थापक प.पू. ब्रह्मलीन पद्मश्री स्वामी श्री सत्यमित्रानंद गिरीजी महाराज की ९३ वीं जयंती निमित्त १९ सितंबर को प.पू. वाल्मीकि संत सम्मेलन आयोजित किया गया था ।

गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) में हिन्दू महिला पर धर्मांतरण के लिए दबाव !

ईसाईयों को कानून का भय न रह जाने से ही वे हिन्दुओं का धर्म-परिवर्तन कर रहे हैं । इन्हें कठोर दंड देने पर ही इसपर अंकुश लगेगा !

उस महान व्यक्ति को मेरा प्रणाम जिसने भोगभूमि गोवा में इतना अद्भुत आश्रम बनाया !

गोवा में सनातन का आश्रम साक्षात् वैकुण्ठ है।

संपादकीय : ‘स्वच्छ भारत’ का एक दशक पूरा !

भारत में राष्ट्र के प्रति अनुचित मानसिकता रखनेवाले लोगों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए सख्त सजा के प्रावधान आवश्यक !

भारत में हो रही बलात्कार की घटनाओं पर वैश्विक प्रसारमाध्यम क्यों अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं ?

अनेक भारतीय उनके द्वारा बुने जानेवाले भारत विरोधी जाल में फंस जाते हैं तथा ‘हमारे देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं’, उनकी इस बात पर सहमत हो जाते हैं । वास्तव में देखा जाए, तो ‘विश्व के अनेक स्थानों की अपेक्षा भारत में महिलाएं अधिक सुरक्षित हैं’, प्रसारमाध्यमों को ऐसा बताना चाहिए ।

अध्यात्मशास्त्र के दृष्टिकोण से हस्तरेखा शास्त्र !

‘हस्तरेखा शास्त्र हाथ की रेखाओं के आधार पर व्यक्ति के जीवन का मार्गदर्शन करनेवाला प्राचीन शास्त्र है । हस्तरेखा शास्त्र की सहायता से व्यक्ति का स्वभाव, स्वास्थ्य, बुद्धि, विद्या, कार्यक्षेत्र, प्रारब्ध आदि अनेक बातों का बोध होता है । प्रस्तुत लेख में हस्तरेखा शास्त्र में अध्यात्म से संबंधित सूत्रों का कैसे विचार किया जाता है, इसकी व्याख्या दी गई है ।