धर्म-परिवर्तन करनेवालों को फांसी का दंड देने की मांग !
बिलासपुर (छत्तीसगढ) – धर्म-परिवर्तन करनेवालों को राजनेताओं से संरक्षण मिलता है । तालिबान के शासनकाल में ४ ईसाई वहां मुसलमानों का धर्म-परिवर्तन करने गए थे; तब तालिबानी मुसलमानों ने उन्हें फांसी दी । जिस प्रकार तालिबान एवं जग के अन्य देश अपराधियों को फांसी का दंड दे रहे हैं, उसी प्रकार ऐसे धर्म-परिवर्तन करनेवालों को या तो फांसी दी जाए अथवा उन्हें कारागृह में डाला जाए, ऐसे वक्तव्य पुरी के पूर्वाम्नाय पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी ने यहां पत्रकारों से वार्तालाप के समय किए । वर्तमान में शंकराचार्यजी बिलासपुर के ३ दिनों के दौरे पर हैं ।
शंकराचार्यजी द्वारा प्रस्तुत सूत्र
१. जब तक संपूर्ण जानकारी नहीं मिलती, तब तक तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद प्रकरण पर कुछ भी बोलना उचित नहीं ।
२. हम शंकराचार्याें को भाजपा के सत्ताकाल में कांग्रेस के लोग ‘भाजपावाले’, तो कांग्रेस के सत्ताकाल में भाजपा के लोग ‘कांग्रेसवाले’ कहते हैं । शंकराचार्य किसी के भी समर्थक नहीं हैं । जो कोई भी इस पद की अपकीर्ति (बदनामी) करेगा, वह उसकी स्वयं की ही अपकीर्ति होगी ।
३. ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंदजी के विषय में वे बोले, ‘मेरा किसी से भी कोई बैर नहीं तथा न ही मैं किसी का शत्रु हूं । जिन्होंने हमारा विरोध किया, वे विभाजित हो गए ।’ लोगों को अधिक महत्त्वाकांक्षी नहीं होना चाहिए ! शंकराचार्य आगे बोले, मोदी की ‘गारंटी’ अब बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्राबाबू नायडू के समर्थन पर है ।