अध्यात्मशास्त्र के दृष्टिकोण से हस्तरेखा शास्त्र !

‘हस्तरेखा शास्त्र हाथ की रेखाओं के आधार पर व्यक्ति के जीवन का मार्गदर्शन करनेवाला प्राचीन शास्त्र है । हस्तरेखा शास्त्र की सहायता से व्यक्ति का स्वभाव, स्वास्थ्य, बुद्धि, विद्या, कार्यक्षेत्र, प्रारब्ध आदि अनेक बातों का बोध होता है । प्रस्तुत लेख में हस्तरेखा शास्त्र में अध्यात्म से संबंधित सूत्रों का कैसे विचार किया जाता है, इसकी व्याख्या दी गई है ।

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की कृपा से देहली के साधकों को दिवाली के शुभ समय पर हुई अनुभूतियां !

यहां दिए हुए लेख में देहली के सनातन के सेवाकेंद्र में रहकर साधना करनेवाले कुछ साधकों को वर्ष २०२२ में दिवाली की अवधि में सेवाकेंद्र में दीप लगाने पर हुई अनुभूतियां प्रस्तुत हैं ।