हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर ने ट्वीट द्वारा विषय किया स्पष्ट !
मुंबई (महाराष्ट्र) – संयुक्त राष्ट्र संगठन की महिलाओं के प्रति भेदभावविरोधी समिति ने अपने जालस्थल पर प्रातिनिधिक छायाचित्र के रूप में ३ हिन्दू महिलाओं के छायाचित्र प्रकाशित किए हैं । (इस माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुझाना चाहते हैं कि हिन्दू महिलाओं के प्रति भेदभाव हो रहा है ।) ‘ऐसी कहना स्वयं में ही एक भेदभाव है’, ऐसी टिप्पणी हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर ने ट्वीट की है । (क्या विश्व में मुसलमान एवं ईसाई महिलाओं के साथ भेदभाव नहीं किया जाता ? इससे यही ध्यान में आता है कि आंतरराष्ट्रीय संगठन यह दिखाने के लिए कि ‘हिन्दू धर्म स्त्रीविरोधी है’, आकाश-पाताल एक कर रहे हैं ! – संपादक)
‘इसे रोकना चाहिए’, ऐसा भी उन्होंने कहा और इसके साथ ही केंद्रीय महिला एवं बालविकास मंत्रालय को इसपर कार्रवाई करने का आवाहन भी उन्होंने ट्वीट द्वारा किया है ।
Committee of United Nations on Elimination of Discrimination of Against Women
has a photo of Hindu Women only –
A Discrimination in itself !@UN @UNTreatyBodies pl stop this!@MinistryWCD pls take actionhttps://t.co/CngrKij9N0…@amitsurg @HinduJagrutiOrg@noconversion pic.twitter.com/y91lyTchp5— Ichalkaranjikar V.S. (@ssvirendra) June 9, 2023
संपादकीय भूमिकासंयुक्त राष्ट्र एक ओर तो ऐसा कहते हैं कि वे ‘शांति, पारस्परिक आदर एवं समानता’ इन तत्त्वों पर कार्य करते हैं, तो दूसरी ओर हिन्दुओं कोे अपमानित करते हैं । इससे संयुक्त राष्ट्रों का हिन्दूद्वेष ध्यान में आता है । परराष्ट्रमंत्री डॉ. एस्. जयशंकरजी को इस संबंध में संयुक्त राष्ट्रों को प्रश्न पूछना चाहिए ! |