India UNSC Seat : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में परिवर्तन करने की आवश्यकता !

अमेरिका ने भारत की इस मांग का समर्थन किया है । अमेरिका ने कहा है कि ७० वर्ष पुरानी सुरक्षा परिषद में आज का वास्तव प्रतिबिंबित नहीं होता ।

UN Slam Pakistan : पाकिस्तान में हिन्दू और ईसाई युवतियों को अपहृत कर बलपूर्वक उनका विवाह किया जाता है, यह स्वीकार नहीं होगा !

संयुक्त राष्ट्रों ने पाकिस्तान को सुनाई !

PoK Not Part Of Pakistan : पाकिस्तानव्याप्त जम्मू-कश्मीर संवैधानिक रूप से पाकिस्तान का क्षेत्र नहीं है !

पाक अधिकृत कश्मीर के एक संगठन के नेता की स्पष्टोक्ति  

India UNSC Membership : भारत को निश्चितरूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता मिलेगी ! – विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर 

इसके उपरांत यह संख्या १९३ हुई; परंतु इन ५ देशों ने संयुक्त राष्ट्र पर उनका नियंत्रण जारी रखा है; लेकिन अब इसमें बदलाव करने के लिए उन्हें बताना पड रहा है, यह विचित्र बात है ।

Pakistan In UN : (और इनकी सुनिए….) ‘भारत हम पर आक्रमण कर सकता है !’ – पाकिस्तान

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान पर आरोप

Greece Politician Slams Pakistan : पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोगों को मूलभूत अधिकार नहीं हैं !

ग्रीक नेता कौंस्टैटिनोस बोगदानोस ने पाकिस्तान को सुनाते हुए कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोगों को उनके स्वतंत्रता के मूलभूत अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है ।

Myanmar Rohingya Killed : म्यानमार में हुए हवाई आक्रमण में २५ रोहिंग्या मुसलमानों की मौत !

म्यानमार की सेना द्वारा किए गए हवाई आक्रमण में कुछ बच्चों सहित २५ रोहिंग्या मुसलमानों की मृत्यु हुई तो २५ से अधिक लोग घायल हुए हैं ।

India Against ISLAMOPHOBIA In UN : एक ही धर्म के लिए नहीं; अपितु सभी धर्माें के बारे में अब यह बताने का समय आ गया है !

‘इस्लामोफोबिया’ का सूत्र निःसंदेह महत्त्वपूर्ण है; परंतु अन्य धर्माें को भी भेदभाव और हिंसाचार का सामना करना पडता है, यह हमें स्वीकार करना चाहिए ।

Jaishankar Japan Visit : स्वतंत्रता के उपरांत हमारे ऊपर आक्रमण हुए, तब विश्व के तत्व कहां थे ?

रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत की भूमिका के विषय में पूछे गए प्रश्न पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर का प्रत्युत्तर !

India On Gaza Crisis : गाजा में हुआ हिंसाचार अस्वीकार्य ! – भारत

हिंसाचार में होनेवाली मृत्यु रोकना आवश्यक है । किसी भी परिस्थिति में अंतरराष्ट्रीय कानून का आदर किया जाना चाहिए ।