‘ श्री विठ्ठल रुखमाई संस्थान रेवसा ‘ की हडपी गई ३० करोड रुपए की जमीन मंदिर को वापस मिलेगी !

इस आदेश से राजस्व विभाग को भारी नुकसान हुआ। उपविभागीय अधिकारियों के आदेश के विरुद्ध अपील मामले में अमरावती के अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने मामले की गहन जांच और पुनः सुनवाई के निर्देश दिए।

पुरातत्व विभाग ने पंढरपुर में भगवान विट्ठल की मूर्ति के क्षरण के कारण रासायनिक उपचार करने के निर्देश दिए !

वास्तव में, यह कार्य वर्ष २०२० में भी किया गया था। जब यह काम पूरा हुआ तो कहा गया कि ‘अगले ८ से १० साल तक उन्हें कुछ नहीं होगा।’ यदि ऐसा है, तो आपको इसे दोबारा क्यों लेप लगाना पड रहा है, जबकि इसे तो ४ साल पहले ही लेप लगाया गया था ?

संगठित लडाई कर मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्‍त कराएंगे ! – संजय जोशी, राज्‍य संगठक, महाराष्ट्र मंदिर महासंघ

महाड (जिला रायगढ, महाराष्ट्र) में ‘महाराष्ट्र मंदिर न्‍यास अधिवेशन’ में रायगढ जिले के १०० से अधिक मंदिर के न्‍यासी रहे उपस्‍थित !

हिन्दुओं के मंदिरों की ओर कोई वक्र दृष्टि से नहीं देख पाएगा, ऐसा संगठन निर्माण करेंगे ! – भाजप विधायक नितेश राणे

भारतीय संस्कृति की गर्भनाल मंदिरों से जुडी है । मंदिर समाज के लिए चैतन्य के स्रोत हैं; परंतु आज मंदिरों का सरकारीकरण एवं मंदिरों के भ्रष्टाचार के कारण अनेक समस्या निर्माण हो गईं हैं । इसलिए मंदिर संस्कृति पर होनेवाले आघात समय पर ही रोकने की आवश्यकता निर्माण हो गई है ।

Take Action Against Tista Setalvad : ‘महाराष्ट्र मंदिर न्यास परिषद’ के विरुद्ध झूठी शिकायत करने वाली तीस्ता सीतलवाड की संस्था पर कार्रवाई करें !

‘सिटीजन्स फॉर जस्टिस एंड पीस’ इस संगठन ने जानबूझकर केवल हिन्दुत्ववादी संगठनों और नेताओं के विरुद्ध शिकायतें करना तथा उनपर झूठे आरोप लगाए हैं ।

पंढरपुर (जिला सोलापुर) में संत नामदेव महाराज सीढी के समीप ‘मंदिर सामूहिक आरती’ आरंभ हो गई है !

शिरडी में ‘महाराष्ट्र मंदिर न्यास परिषद’ के सैकड़ों मंदिर ट्रस्टियों ने हाल ही में मंदिरों पर और मंदिर के भूमी पर हुआ अतिक्रमण को तत्काल हटाने की मांग के लिए हर हफ्ते ‘मंदिर में सामूहिक आरती’ आयोजित करने का निर्णय किया है।

जैसा कि शिरडी में ‘महाराष्ट्र मंदिर ट्रस्ट परिषद’ में लिए निर्णय के अनुसार, सोलापुर से ‘मंदिर सामूहिक आरती’ आरंभ हो गई है !

हाल ही में शिरडी में ‘महाराष्ट्र मंदिर न्यास परिषद’ में सैकड़ों मंदिर ट्रस्टियों द्वारा एक निर्णय लिया गया की जहां मंदिर है वहा सामूहिक आरती की जायेगी , जिसमें मांग की गई कि मंदिरों और मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण तुरंत हटाया जाए।

८७५ से अधिक मंदिर न्यासियों की सर्वसम्मति से सरकार से ‘एंटी लैंड ग्रैबिंग’ कानून लागू करने की मांग !

श्री साई पालकी आश्रयधाम, शिरडी में २४ एवं २५ दिसंबर को आयोजित दो दिवसीय तृतीय ‘महाराष्ट्र मंदिर न्यास परिषद’ के समापन के अवसर पर ‘हर हर महादेव’ के जयघोष में प्रत्येक मंदिर के लिए सर्वसम्मति से ‘मंदिर सुरक्षा समिति’ का गठन करने का निर्णय लिया गया

तीसरी ‘महाराष्ट्र मंदिर न्यास परिषद’ २४ और २५ दिसंबर को शिरडी में !

महाराष्ट्र मंदिर न्यास  के माध्यम से राज्य के ८०० से अधिक मंदिरों में वस्त्र संहिता को लागू किया गया है, जबकि देशभर में १५ सहस्त्र से अधिक मंदिरों में वस्त्र संहिता लागू किया गया है।

जन प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि महायुति सरकार भगवान, देश, धर्म और मंदिरों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है!

धार्मिक जन प्रतिनिधियों का यह सम्मान समारोह १९ दिसंबर को सीताबर्डी स्थित विदर्भ साहित्य संघ के सभागृह में आयोजित किया गया था। विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के व्यस्त कामकाज से समय निकालकर ३ मंत्री, १ राज्य मंत्री समेत ५ विधायक इस समारोह में सम्मिलित हुए।