हिन्दुओं के मंदिरों की ओर कोई वक्र दृष्टि से नहीं देख पाएगा, ऐसा संगठन निर्माण करेंगे ! – भाजप विधायक नितेश राणे
भारतीय संस्कृति की गर्भनाल मंदिरों से जुडी है । मंदिर समाज के लिए चैतन्य के स्रोत हैं; परंतु आज मंदिरों का सरकारीकरण एवं मंदिरों के भ्रष्टाचार के कारण अनेक समस्या निर्माण हो गईं हैं । इसलिए मंदिर संस्कृति पर होनेवाले आघात समय पर ही रोकने की आवश्यकता निर्माण हो गई है ।