गुरुग्राम (हरियाणा) में गणेशोत्सव के उपलक्ष्य में सनातन संस्था की ओर से आयोजित ग्रंथ-प्रदर्शनी का श्रद्धालुओं ने दिया अच्छा प्रत्युत्तर !

लगभग १ सहस्र ३०० श्रद्धालुओं ने इस प्रदर्शनी का लाभ उठाया ।

हरियाणा में गणेशोत्सव के उपलक्ष्य में सनातन संस्था की ओर से प्रवचन संपन्न !

सनातन संस्था की ओर से १० सितंबर को यहां के ‘एफ १२५ सेक्टर १०’ में जिज्ञासु मीनू शर्मा के घर पर ‘श्री गणेशोत्सव का शास्त्र’ विषय पर प्रवचन आयोजित किया गया था ।

उत्तर भारत में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से भक्तिभाव बढानेवाले विविध आयोजन !

भगवान श्रीकृष्ण के प्रति भाव बढाने तथा उनके बारे में धर्मशास्त्र का ज्ञान समाज को मिले, इस उद्देश्य से सनातन संस्था की ओर से उत्तर भारत  के विविध राज्यों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । इस विषय में हमारे पाठकों के लिए संक्षेप में समाचार दे रहे हैं ।

सनातन का लघुग्रंथ : आध्यात्मिक कष्टों को दूर करने हेतु उपयुक्त दृष्टिकोण

साधक कष्टों में भी नामजप, भावजागृति के प्रयास अथवा सेवारत रहने का प्रयास करें । इसके कारण दुख भी प्रतीत नहीं होगा तथा साधना भी होगी ।

सनातन की ग्रंथमाला : श्राद्ध (भाग १) महत्त्व एवं अध्यात्मशास्त्रीय विवेचन

श्राद्धकर्म विधि करने से होनेवाले लाभ जानने हेतु पढें सनातन का ग्रंथ !

सनातन का लघुग्रंथ : आध्यात्मिक कष्टों को दूर करने हेतु उपयुक्त दृष्टिकोण

‘आध्यात्मिक कष्ट होना’ भले ही हमारे हाथ में न हो, तब भी ‘आध्यात्मिक उपचारों से कष्टों को नियंत्रण में रखना तथा धीरे-धीरे उन्हें मिटाना’ हमारे हाथ में होता है । ‘आध्यात्मिक उपचारों से हम कष्टों पर निश्चित ही विजय प्राप्त कर सकते हैं’, स्वयं में यह विश्वास उत्पन्न करना पडता है । प्रस्तुत लेखमाला में दिए गए अधिकतर दृष्टिकोण सभी के लिए उपयुक्त हैं ।

गणेशोत्सव के अवसर पर गांव जाते समय, साथ ही अन्य समय यात्रा करते समय यथासंभव सनातन संस्था के ग्रंथ, लघुग्रंथ आदि साथ में रखकर उनका प्रसार करें !

कुछ साधकों एवं धर्मप्रेमियों ने यात्रा करते समय साथ में सनातन के कुछ ग्रंथ एवं लघुग्रंथ रखे थे । उन्होंने आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए सहयात्रियों को ग्रंथ दिखाए एवं उनमें विद्यमान जानकारी देकर प्रसार किया । सहयात्रियों ने उत्स्फूर्त प्रतिसाद दिया ।’

संस्कार शिविर में सनातन संस्था द्वारा ‘तनाव मुक्ति हेतु अध्यात्म’ विषय पर प्रवचन !

श्रीमती प्राची जुवेकर ने मार्गदर्शन करते हुए बताया कि मन की दुर्बलता के कारण तनाव आता है । साधना से मन सक्षम बनकर मन की दुर्बलता दूर होकर तनाव नहीं आता । कलियुग में नामजप ही साधना है ।

यदि ओवेसी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने तब भी हम हिन्दुत्व का ही काम करेंगे! – अधिवक्ता संजीव पुनालेकर, मुंबई उच्च न्यायालय

सत्ता आएगी और जाएगी; लेकिन हम हिन्दुत्व की रक्षा के लिए काम करते रहेंगे ऐसा वक्तव्य हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय सचिव और मुंबई उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संजीव पुनालेकर ने किया

वामपंथियों तथा जिहादियों का अगला आघात संस्कृति पर ! – अभिजीत जोग, प्रसिद्ध लेखक

भारत की संस्कृति ५ व्यवस्थाओं परिवार व्यवस्था, धर्म व्यवस्था, देशभक्ति, शिक्षा व्यवस्था एवं लोकतंत्र पर आधारित है। अतः वामपंथी तथा जिहादी इन ५ प्रणालियों को नष्ट करना चाहते हैं। सबसे पहले वे परिवार व्यवस्था को नष्ट करना चाहते हैं।