सनातन संस्था के रजत जयंती महोत्सव के अवसर पर धनबाद में विशेष कार्यक्रम का आयोजन !

झारखंड में समाज के विविध घटकों के लिए ‘तनाव नियंत्रण’ विषय पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन

सनातन संस्था के रजत जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में झारखंड जिले में कई स्थानों पर बालसंस्कार वर्ग का आयोजन

झारखंड जिले में कई स्थानों पर बालसंस्कार वर्ग का आयोजन किया गया ।

जयपुर के गगन भारती पब्लिक स्कूल में तनावमुक्ति विषय पर कार्यशाला !

तनाव के लिए हम बाह्य परिस्थिति या किसी व्यक्ति को दोष देते हैं; परंतु प्रत्यक्ष में हम जीवन में केवल स्वयं में परिवर्तन के प्रयास कर सकते हैं और तनावमुक्त हो सकते हैं । इसलिए सनातन संस्था अपने दुर्गुण एवं अहंकार निर्मूलन द्वारा आनंदमय जीवनयापन का मार्गदर्शन करती है ।

अक्षय तृतीया के उपलक्ष्य में सर्राफा दुकानदारों को अपने ग्राहकों को भेंट के रूप में सनातन के ग्रंथ तथा लघुग्रंथ देने के लिए प्रेरित करें ! 

‘ग्राहकों को सनातन के ग्रंथ एवं लघुग्रंथ भेंट देने पर सराफी दुकानदारों से व्यवसाय के साथ राष्ट्र एवं धर्म की सेवा भी होगी’, अतः साधक उन्हें प्रवृत्त कर सकते हैं ।

Sanatan Sanstha : सनातन संस्था की रजत जयंती के अवसर पर पुणे में भव्य ‘सनातन गौरव शोभायात्रा’!

९ हजार धर्मप्रेमी तथा हिन्दू बने अद्वितीय क्षणों के साक्षी !

सनातन संस्था की रजत जयंती के अवसर पर २१ अप्रैल को पुणे में भव्य शोभायात्रा का आयोजन  !

सनातन धर्म की महिमा व गौरव वृद्धिंगत करने के लिए २१ अप्रैल को पुणे नगर में सनातन धर्म की सेवा और कार्य, सर्व लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से ‘सनातन गौरव शोभायत्रा’ का आयोजन किया गया है।

‘सनातन प्रभात’ के समूह संपादक पद पर श्री. योगेश जलतारे की नियुक्ति !

सनातन परिवार तथा हिन्दुत्वनिष्ठों ने श्री. जलतारे की नियुक्ति का सहर्ष स्वागत किया है एवं हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के कार्य में योगदान हेतु शुकामनाएं दी हैं !

नववर्षारंभ के निमित्त सनातन संस्था द्वारा प्रवचन

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन ही ब्रह्मदेव ने ब्रह्मांड की निर्मिति की । उनके नाम से ही ‘ब्रह्मांड’ नाम प्रचलित हुआ । इसका महत्त्व क्या है तथा इसे कैसे मनाना चाहिए, इसके बारे में सनातन संस्था की ओर से यहां के नक्की घाट स्थित त्रिदेव मंदिर में श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन किया ।

देवताओं के विषय में सनातन के लघुग्रंथ

श्रीविष्णु का कार्य एवं विशेषताएं क्या हैं ? श्रीविष्णु को तुलसी क्यों अर्पित करते हैं ? ये जानने के लिए अवश्य खरीदे लघुग्रंथ ” श्री विष्णु”

राजस्थान एसटेक नर्सिंग महाविद्यालय में तनावमुक्ति विषय पर सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी का उद्बोधन !

वर्तमान में कई युवा तनाव के वातावरण में जीवनयापन कर रहे हैं । विषम परिस्थिति में न घबराते हुए संकल्प के साथ कार्य करने की आवश्यकता है । सकारात्मक सोच के साथ मन की शक्ति प्रदान करें ।