
कुम्भ क्षेत्र में अध्यात्म का प्रसार हो, हिन्दुओं को धर्मशिक्षा मिले तथा हिन्दुओं में हिन्दू राष्ट्र के विषय में जागृति हो, इन उद्देश्यों से ‘सनातन संस्था वाराणसी’ एवं ‘सनातन संस्था गोवा’, इन संस्थाओं की ओर से भव्य ग्रंथ एवं फलक प्रदर्शनी लगाई गई है । सद्गुरुद्वयी ने २२ जनवरी को इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया । प्रदर्शनी स्थल पर सद्गुरुद्वयी का आगमन होनेवाला है, यह ज्ञात होते ही साधक एक अलग ही भावविश्व में चले गए । आज तक जिनके विषय में केवल ‘सनातन प्रभात’ नियतकालिकों में पढते थे, उनके प्रत्यक्ष दर्शन होनेवाले हैं; उसके कारण साधकों में आनंद ही आनंद उत्पन्न हुआ । प्रदर्शनी स्थल पर सद्गुरुद्वयी का आगमन होते ही अनेक साधकों के हाथ जुड गए तथा उनकी आंखें भर
आईं । सभी साधक निःशब्द होकर सद्गुरुद्वयी के भावपूर्ण दर्शन कर रहे थे । सद्गुरुद्वयी ने भी साधकों से सहजता से तथा अपनेपन से संवाद करना आरंभ किया । उन्होंने साधकों का कुशलक्षेम पूछा । उससे साधक और कृतकृतार्थ हो गए । उसके उपरांत सद्गुरुद्वयी ने प्रदर्शनी स्थल पर लगाए गए ग्रंथों तथा फलकों का अवलोकन किया । इस प्रत्येक स्थान पर उन्होंने वहां उपस्थित साधकों से अनौपचारिक संवाद किया । सद्गुरुद्वयी ने साधकों से पूछा, ‘सेवा करते समय आपको आनंद मिल रहा है न ?’ मानो उनमें प्रत्येक साधक सेवा के माध्यम से अगले स्तर तक पहुंचना चाहिए, यही लग थी ।
सद्गुरुद्वयी के दर्शनमात्र से ही अनेक साधकों का उत्साह बढ गया तथा उनके मन प्रफुल्लित हुए । इसके उपरांत उन्होंने जिस ‘ई-ऑटो’ पर भ्रमण ग्रंथ-प्रदर्शनी लगाई गई है, उसका अवलोकन कर उसकी बारीकियों के विषय में जिज्ञासा से समझ लिया । उसके पश्चात वे प्रदर्शनी स्थल पर रखे गए सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के छायाचित्र के सामने आईं तथा उन्हें भावपूर्ण नमस्कार किया । इसके साथ ही सद्गुरुद्वयी ने इस प्रदर्शनी के पिछले भाग में स्थित साधकों की निवासव्यवस्था का भी अवलोकन किया । इसी प्रकार सद्गुरुद्वयी ने हिन्दू जनजागृति समिति एवं महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय की प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया । सद्गुरुद्वयी के दर्शन के कारण विभिन्न राज्यों से महाकुम्भ पर्व में आकर सेवा करनेवाले साधकों का आनंद दोगुना हो गया तथा साधकों के लिए यह भेंट वास्तव में महापर्व सिद्ध हुई !
सनातन संस्था की ग्रंथ प्रदर्शनी का सहस्रों हिन्दुओं ने किया अवलोकन !कुम्भ पर्व में सनातन संस्था की ओर से २ स्थानों पर ग्रंथ-प्रदर्शनी लगाई गई है । ये प्रदर्शनियां क्रमशः सेक्टर क्रमांक १९, मोरी-मुक्ति मार्ग तथा सेक्टर क्रमांक ९ में लगाई गई हैं । इन प्रदर्शनियों में बांग्ला, गुजराती, अंग्रेजी एवं कन्नड, इन भाषाओं के ग्रंथों को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है । सवेरे ९ बजे से रात ९ बजे तक यह प्रदर्शनी लगती है । २४ जनवरी तक ३० सहस्र ७०० से अधिक जिज्ञासुओं ने इन प्रदर्शनियों का लाभ उठाया है । |