हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु हिन्दुओं का संगठन करें !

प्रस्तुत ग्रंथ में हिन्दू राष्ट्र की मूलभूत संकल्पना, हिन्दू राष्ट्र की स्थापना की दिशा, हिन्दू-संगठन हेतु उपक्रम, धर्मरक्षा हेतु आवश्यक मार्गदर्शन एवं साधना के संदर्भ में दृष्टिकोण दिए हैं ।

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के साधना हेतु क्रियाशील करनेवाले अभ्यासवर्गाें की ग्रंथमाला ! (खंड ३)

प्रस्तुत खंड में परात्पर गुरु डॉक्टरजी की अभ्यासवर्गाें में सिखाने की अलौकिक पद्धति, अभ्यासवर्गाें में आनेवाले जिज्ञासुओं का सत्सेवा हेतु प्रेरित होना इत्यादि के विषय में साधकों द्वारा कृतज्ञभाव से लिखकर दिए अनेक सूत्र समाविष्ट हैं ।

सनातन की ग्रंथमाला : परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी का विविधांगी कार्य एवं विचार

शीघ्र ईश्वरप्राप्ति हेतु ‘गुरुकृपायोग’ साधनामार्ग की निर्मिति; साधना, राष्ट्र-धर्म  आदि के विषय में ग्रन्थसम्पदा; आध्यात्मिक शोध; हिन्दू-संगठन; महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय इत्यादि विविधांगी कार्याें की संक्षिप्त जानकारी देनेवाला ग्रन्थ !

सनातन की ग्रंथमाला : भावजागृति हेतु साधना

भाव का अर्थ एवं विशेषताएं कौनसी हैं ?, शीघ्र आध्यात्मिक उन्नति के लिए लगन तथा भाव में क्यों आवश्यक है ? इस विषय मे और जानने के लिए अवश्य पढिए ग्रंथ ‘भाव के प्रकार एवं जागृति’

सनातन की ग्रंथमाला : परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का कार्य एवं विचार

‘गुरुकृपायोग’ साधनामार्ग के जनक, हिन्दू राष्ट्र के विषय में आध्यात्मिक मार्गदर्शन करनेवाले, सूक्ष्म जगत के विषय में शोधकर्ता आदि विशेषताओं से विभूषित परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी की अलौकिक जीवनगाथा का परिचय करवा लें !

देवताओं के विषय में सनातन के लघुग्रंथ

श्रीविष्णु का कार्य एवं विशेषताएं क्या हैं ? श्रीविष्णु को तुलसी क्यों अर्पित करते हैं ? ये जानने के लिए अवश्य खरीदे लघुग्रंथ ” श्री विष्णु”

शिवजी की उपासना भावपूर्ण एवं शास्त्रोक्त पद्धति से सिखानेवाले सनातन के ग्रन्थ !

देवता की उपासना का शास्त्र समझ में आने पर देवता की उपासना संबंधी श्रद्धा बढती है । श्रद्धा से उपासना भावपूर्ण होती है एवं भावपूर्ण उपासना ही अधिक फलदायी होती है । इसके लिए यह ग्रन्थमाला पढें !

सनातन का श्रीराम ग्रंथ ‘ई-बुक’ स्वरूप में उपलब्ध !

श्रीरामजी की गुणविशेषताएं, रामायण की कुछ घटनाओं का भावार्थ ऐसी जानकारी पाने हेतु ई-बुक आज ही डाउनलोड करें ।

देवताओंकी उपासना भक्तिभावसे करनेके लिए बतानेवाले सनातनके लघुग्रन्थ

श्रीरामकी विविध गुण-विशेषताएं क्या हैं ?, रामायणके कुछ नामोंका भावार्थ, रामायणके अनेक प्रसंगोंका भावार्थ ये सब पढने के लिए अवश्य पढिये लघुग्रन्थ ‘श्रीराम’