वैश्विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का पांचवां दिन (२८ जून) : उद़्बोधन सत्र – मंदिरों का सुव्यवस्थापन
सनातन धर्म के अर्थशास्त्र में मंदिरों का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है । सनातन धर्म में मंदिरों के अर्थकारण से शिक्षाप्रणाली चलाई जा रही है । मंदिरों की अर्थव्यवस्था पर गांवों की निर्मिति हो रही है ।