Arun Govil On Obscenity In OTT : ‘ओटीटी’ पर लज्जाजनक कथासार के प्रदर्शनसे भारतीय संस्कृति को अपरिमित हानी !

  • सांसद अरुण गोविल ने संसद में भाषण दिया

  • सरकार को अत्यंत कठोर निर्णय लेने की नितांत आवश्यकता !

(ओटीटी का अर्थ ‘ओवर द टॉप’ है। इस माध्यम से दर्शक चलचित्र में धारावाहिक और कार्यक्रम सर्वप्रथम देख सकते हैं।)

सांसद अरुण गोविल

नई देहली – संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और दूरदर्शन पर भगवान श्री राम की भूमिका निभाने वाले प्रसिद्ध अभिनेता और नवनिर्वाचित सांसद अरुण गोविल ने पहली बार संसद को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आजकल ओटीटी कथासार ऐसा है कि आप अपने परिवार के साथ बैठकर दूरदर्शन नहीं देख सकते। ‘ओटीटी’ पर जो दिखाया जा रहा है वह अत्यंत लज्जाजनक है। इससे भारतीय संस्कृति को अपरिमित क्षति हो रही है।

गोविल ने आगे कहा, ‘मैं सूचना और प्रसारण मंत्रालय से पूछना चाहता हूं कि सामाजिक माध्यम पर लज्जास्पद और यौन सामग्री के अवैध प्रसारण को रोकने के लिए क्या तंत्र है?’ सरकार को इसके लिए अत्यंत कठोर कदम उठाने चाहिए। सभी कथासार प्रदाताओऺ को नियमों के अंतर्गत लाया जाना चाहिए।

ओटीटी के विरुद्ध और अधिक कठोरता से कार्य करने की आवश्यकता ! – सरकार

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गोविल के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विषय है।

 

सामाजिक माध्यम और ओटीटी के वर्तमान काल में कई चीजें नियंत्रण से बाहर होती जा रही हैं। इनके विरुद्ध अधिक कठोरता से कार्रवाई करने की आवश्यकता है।

संपादकीय भूमिका

गत ३-४ वर्षों से अनेक लोग और संगठन ‘ओटीटी’ पर अंकुश लगाने के लिए आवाज उठा रहे हैं। तथापि सरकार की ओर से इस संबंध में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। लोगों का मानना है कि सरकार को संस्कृति के संरक्षण के साथ-साथ समाज मन के सशक्तिकरण को भी प्राथमिकता देनी चाहिए!