स्थानांतरित भारतीय !

आज विदेश में भौतिक सुख भले ही मिलता है, किंतु मन की शांति नहीं, यह स्पष्ट दिखाई दे देती है । नैतिकता का भी ह्रास हुआ है । ये दोनों बातें हिन्दू धर्म में हैं । भौतिक सुविधाएं निर्मित करने में भारत को अनेक वर्ष लग सकते हैैं; किंतु साधना के माध्यम से भारत विश्वगुरु हो सकता है ।

लाखों हिन्दू जिसकी राह देख रहे हैं वह ‘साहेबस् (भाग २) – द आफ्टरमैथ’ नामक ‘प्राच्यम्’ का वीडिओ २८ सितंबर को प्रसारित होगा !

वीडिओ के माध्यम से स्वतंत्रता के उतरोत्तर काल में हिन्दुओं के विरोध में साम्यवादी तथा कथित धर्मनिरपेक्षतावादियों द्वारा रचे षडयंत्र का भांडाफोड किया जाएगा !

न्यू जर्सी (अमेरिका) में भारत के बाहर सबसे बडे हिन्दू मंदिर का ८ अक्टूबर को होगा उद्घाटन !

भारत के बाहर विश्व के सबसे बडे हिन्दू मंदिर निर्माण किया गया है । स्वामीनारायण संप्रदाय का यह मंदिर न्यू जर्सी के रॉबिंसविले शहर में है । यह मंदिर १६२ एकड भूमि पर बनाया गया है ।

ऋषि पंचमी (भाद्रपद शुक्ल ५ [२०.९.२०२३])

जिन ऋषियों ने अपने तपोबल से विश्व-मानव पर अनंत उपकार किए हैं, मनुष्य के जीवन को उचित दिशा दी है, उन ऋषियों का इस दिन स्मरण किया जाता है ।

मुख्यमंत्री इंग्लैंड जाकर ‘बघनखा प्रत्यर्पण’ समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे !

इसी बघनखा द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज ने उनसे धोखा करने वाले अफजलखान की आंतें बाहर निकाली थीं ।

ओंकारेश्वर मंदिर के संतों को भूमि में श्री हनुमान की मूर्ति होने का स्वप्न में दिखाई दिया !

‘खुदाई में श्री हनुमान की दो से ढाई फीट की मूर्ति मिली’, ऐसा इन संतों ने बताया । खुदाई के समय मूर्ति दिखने लगी ।

केले के पत्ते : पर्यावरणपूरक एवं वैज्ञानिकदृष्टि से उपयुक्त

भाग्यनगर में (हैद्राबाद) एक शास्त्रज्ञ ने खोज की, केले के पेड के तने अथवा केले के पेड मे लगे केलोंके गुच्छे के सिरे पर कमल के आकार का सिरा, पत्तों में जो चिपचिपा द्रव्य पदार्थ होता है, उसे खाने के उपरांत कर्करोग (कैंसर) बढानेवाली ग्रंथी धीरे-धीरे निष्क्रीय होती जाती है । इसलिए पुराने काल के … Read more

सांस्कृतिक शक्ति एवं क्षमता के बल पर भारत विश्व के लिए आशा की किरण बनने में सक्षम !

भारत विश्व को ज्ञान, शुद्धता, समृद्धि एवं समर्पण सिखाने में सक्षम है ।  हम सूर्य की पूजा करते हैं, इसलिए हमारे देश को ‘भारत’ के नाम से संबोधित किया जाता है । 

वैज्ञानिकता के कारण विश्व का आकर्षण बन रही है भारतीय संस्कृति ! – आनंद जाखोटिया, हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक

विदेशी संस्कृति आधुनिक है और हमारी संस्कृति पिछडी है, यह न्यूनता का भाव अब छोड दे; क्योंकि आज पश्चिमी देश हमारे संस्कृति की वैज्ञानिकता के कारण हमारी और आकर्षित हो रहे हैं’’, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने किया ।