Allahabad HC Urges Media : श्रीकृष्णजन्मभूमि के प्रकरण में अनुचित वार्तांकन (बहस) करना, अर्थात न्यायालय का अनादर !
इलाहाबाद (प्रयागराज) उच्च न्यायालय की प्रसारमाध्यमों को चेतावनी
इलाहाबाद (प्रयागराज) उच्च न्यायालय की प्रसारमाध्यमों को चेतावनी
गत ३-४ वर्षों से अनेक लोग और संगठन ‘ओटीटी’ पर अंकुश लगाने के लिए आवाज उठा रहे हैं। तथापि सरकार की ओर से इस संबंध में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। लोगों का मानना है कि सरकार को संस्कृति के संरक्षण के साथ-साथ समाज मन के सशक्तिकरण को भी प्राथमिकता देनी चाहिए!
स्वयं प्रतिबंध लगना और स्वयं उसका उलंघन करना अद्भुत है ! क्या ऐसे प्रधानमंत्री कभी देश को कानून का राज्य दे सकेंगे ?
बीबीसी, अर्थात ‘ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन’, हिन्दू द्वेष से ग्रस्त एक समाचार चैनल है तथा भारत एवं हिन्दुओं के बारे में झूठी कहानियां फैलाने के लिए कुख्यात है ।
‘नेटफ्लिक्स’ की वेब सीरीज ‘आईसी ८१४ : द कंधार हाईजैक’ में जिहादी आतंकवादियों के सही नाम छुपाकर उन्हें हिन्दू नाम देने पर केंद्र सरकार ने ‘नेटफ्लिक्स’ को समन्स भेज कर बुलाया था ।
ओटीटी मंच के ‘नेटफ्लिक्स’ पर प्रसारित वेब सीरीज ‘आईसी ८१४ द कंधार हाईजैक’ (कंधार विमान अपहरण) में जिहादी आतंकियों के वास्तविक नाम छुपाए गए तथा उन्हें हिन्दू नाम भोला तथा शंकर देने के कारण पिछले कुछ दिनों से उसका विरोध किया जा रहा है ।
यदि बांग्लादेश के प्रसारमाध्यमों के संपादक ऐसे हैं, तो हिन्दुओं पर होनेवाले आक्रमणों के विषय में सत्य तथा वस्तुनिष्ठ जानकारी विश्व के समझमें कैसे आएगी ?
भारतीयों के बोलने के ढंग के साथ ही उसने भारत पर परमाणु बम डालने की धमकी दी है । इस कारण सामाजिक माध्यमों पर माइल्स पर बडी मात्रा में टिप्पणी की जा रही है । इसका विरोध करने वालों को माइल्स अशिष्ट भाषा में प्रतिउत्तर दे रहा है ।
फेसबुक का हिंदू नेताओं और संगठनों के अकाउंट बैन करने और जिहादियों और आतंकियों के अकाउंट चलाते रहने का इतिहास रहा है। इसलिए इस प्रकार की घटना को आश्चर्यजनक नहीं कहा जा सकता। फेसबुक पर प्रतिक्रिया देने के लिए भारतीयों को भी अपने सोशल मीडिया ऐप आरंभ कर देना चाहिए !
राष्ट्रविरोधी शक्तियां देश की नीतियों के विरोध में सडकों पर उतरकर दंगे कराते हैं । हिन्दुओं को अपनी आवाज बुलंद करने का प्रयास करना चाहिए तथा उसके लिए सामाजिक प्रसारमाध्यमों का प्रभावी उपयोग करना चाहिए ।