हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. आनंद जाखोटिया द्वारा प्रखर राष्ट्रवादी वक्ता काजल हिंदुस्तानी की भेंटवार्ता

प्रखर राष्ट्रवादी वक्ता काजल हिंदुस्तानी जी एक मशाल यात्रा हेतु यहां पधारी थीं । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. आनंद जाखोटिया ने उनसे भेंट कर उन्हें समिति के धर्मशिक्षा एवं हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कार्य के विषय में अवगत कराया ।

चंद्र को ‘हिन्दू सनातन राष्ट्र’ घोषित करें ! – स्वामी चक्रपाणी महाराज, अध्यक्ष, हिन्दू महासभा

भारत के चंद्रयान-३ का चंद्र पर उतरने पर अब हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणी महाराजजी ने मांग की है कि ‘चंद्र को ‘हिन्दू सनातन राष्ट्र’ घोषित करें ।’

नेपाल के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री ने पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री से मिलना अस्वीकार किया !

नेपाल में साम्यवादियों की (कम्यूनिस्ट) सरकार होने से उनको हिन्दू एवं हिन्दू राष्ट्र से एलर्जी है । इस कारण उन्होंने पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री से मिलना अस्वीकार किया, तो इसमें कैसा आश्चर्य !

(और इनकी सुनिए…) ‘यदि प्रधानमंत्री हिन्दूराष्ट्र की बात करते होंगे, तो उन्होंने त्यागपत्र देना चाहिए !’ – दिग्विजय सिंह, कांग्रेस नेता

कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को ‘ओसामा जी’ कहने वाले और याकूब मेनन जैसे आतंकवादी के लिए आंसू बहाने वाले दिग्विजय सिंह द्वारा ऐसा वक्तव्य किए जाना, इसमें क्या आश्चर्य ?

भारतीय संविधान में सर्वधर्म समभाव की परिभाषा ही नहीं ! – अधिवक्ता सुभाष झा, सर्वाेच्च न्यायालय

वर्ष १९४७ में धर्म के आधार पर देश का विभाजन हुआ । मुसलमान बहुसंख्यक थे; इसलिए उन्हें पाकिस्तान दिया । तो फिर जो बचे वे क्या थे ?

भारत को ‘सनातन राष्ट्र’ घोषित करने के लिए प्रयास करना है ! – एटा (उत्तर प्रदेश) के हिंदुत्वनिष्ठ

हिन्दू एकता समूह, अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था । उनके इस वक्तव्य का उपस्थित लोगों ने अनुमोदन किया ।

‘वन्दे मातरम्’ की महिमा !

राष्ट्रद्रोहियों की देशविरोधी गतिविधियों को तोडकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना तथा भारतीयों में देशाभिमान जागृत होने के लिए सर्वत्र राष्ट्रीय गीत ‘वन्दे मातरम्’ का गायन होना ही चाहिए !

धर्माचरण एवं धर्मरक्षा द्वारा हिन्दू राष्ट्र की ओर अग्रसर !

गोमंतक की पावन भूमि पर १६ से २२ जून २०२३ की अवधि में अत्यंत उत्साह में एकादश ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’, अर्थात ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ संपन्न हुआ । इस महोत्सव में देश-विदेश के मान्यवरों ने विविध विषयों पर विचार-मंथन किए ।

ब्राह्मतेज एवं क्षात्रतेज की उपासना से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना संभव ! – सद्गुरु नंदकुमार जाधवजी, धर्मप्रचारक संत, हिन्दू जनजागृति समिति

आध्यात्मिक साधना करने से आत्मविश्वास जागृत होता है तथा व्यक्ति तनावमुक्त जीवन जी सकता है । वह साधना कर अपने कृत्य के फल के कार्य की अपेक्षा किए बिना कार्य कर सकता है तथा प्रत्येक कृत्य से आनंद प्राप्त करता है ।

राष्ट्रनिर्माण के लिए त्याग तथा राष्ट्र एवं धर्म के प्रति निष्ठा आवश्यक !  – अभय वर्तक, धर्मप्रचारक, सनातन संस्था

राष्ट्ररचना एक शास्त्रीय संकल्पना है, जो सत्य पर आधारित है । इसमें असत्य का कोई स्थान नहीं है । ‘राष्ट्रनिर्माण’ सत्ता की लालसा रखनेवालों का काम नहीं है । राष्ट्रनिर्माण के लिए त्याग तथा राष्ट्र एवं धर्म के प्रति निष्ठा की आवश्यकता है ।