नेपाल के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री ने पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री से मिलना अस्वीकार किया !

नेपाल को हिन्दू राष्ट्र बनाने का दिया था वक्तव्य !

काठमांडू (नेपाल) – मध्य प्रदेश के बागेश्‍वर धाम के पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री नेपाल की यात्रा पर हैं । कहा जाता है, नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल एवं प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने उनसे भेंट करना. अस्वीकार कर दिया है । पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने नेपाल में अपनी कथाओं के माध्यम से नेपाल को पुनः हिन्दू राष्ट्र बनाने का वक्तव्य दिया था । चर्चा हो रही है कि इसी लिए राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री ने पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री से मिलना अस्वीकार कर दिया है । नेपाल में हिन्दूद्वेषी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है ।

प्रधानमंत्री प्रचंड पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री से मिलनेवाले थें; परंतु तदनंतर व्यस्तता का कारण देकर प्रचंड ने मिलने से अस्वीकार कर दिया । इससे पूर्व राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल से मिलना भी नियोजित था; परंतु पौडेल ने अपना स्वास्थ्य ठीक न होने का कारण बताकर मिलना अस्वीकार किया ।

मैं किसी का विरोधी नहीं हूं, अपितु सनातन धर्म का समर्थक हूं ! – धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री

पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने शाश्‍वतधाम में दिए प्रवचन में कहा, ‘‘नेपाल पुनः हिन्दू राष्ट्र हो एवं सनातन धर्म का ध्वज सदा लहराता रहे । मैं किसी के विरुद्ध नहीं हूं; परंतु मैं सनातन धर्म का समर्थक हूं । नेपाल हमारी आत्मा है । एक दिन संपूर्ण विश्व में नेपाल अपना डंका बजाएगा ।’’

संपादकीय भूमिका

  • नेपाल में साम्यवादियों की (कम्यूनिस्ट) सरकार होने से उनको हिन्दू एवं हिन्दू राष्ट्र से एलर्जी है । इस कारण उन्होंने पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री से मिलना अस्वीकार किया, तो इसमें कैसा आश्चर्य !
  • यह स्थिति तभी परिवर्तित होगी, जब नेपाल की हिन्दू जनता जगकर नेपाल को चीन के चंगुल से मुक्त कराने के लिए संगठित होगी !