नेपाल को धर्मनिरपेक्ष घोषित करना समस्त हिन्दुओं पर किया हुआ आघात ! – चिरण वीर प्रताप खड्का, प्रमुख, ॐ रक्षा वाहिनी, नेपाल

पिछले १ दशक के नेपाला को धर्मनिरपेक्ष घोषिथ कर समस्त हिन्दुओं की श्रद्धा पर प्रहार किया गया है । नेपाल बहुत शीघ्र हिन्दू राष्ट्र बनेगा । सभी हिन्दुओं को नेपालसहित संपूर्ण विश्व को हिन्दू राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखना होगा ।

यद्यपि भारत स्वतंत्र है, तथापि हमारी शिक्षाप्रणाली परतंत्र की है ! – जगदीश चौधरी निर्देशक, बालाजी ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूशन्स, हरियाणा

भारतीय स्वावलंबी न बनकर सदैव गुलाम बने रहें, ऐसी शिक्षा प्रणाली अंग्रेजों ने बनाई । इस प्रकार की शिक्षा प्रणाली से अंग्रेजों ने भारतियों की रीढ तोड दी । भारतीय शिक्षा मोक्षप्राप्ति की दिशा देनेवाला है ।

सामाजिक दुष्प्रवृत्तियों के विरुद्ध संवैधानिक पद्धति से लडाई लडने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति का ‘सुराज्य अभियान’ ! – विश्वनाथ कुलकर्णी, राज्य समन्वयक, पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार

आज सभी क्षेत्रों में भ्रष्टाचार फैल गया है, इसके प्रति सभी अप्रसन्न हैं; परंतु इसके संदर्भ में क्या किया जा सकेगा, यह ज्ञात न होने से वे इसमें फंस जाते हैं तथा इस भ्रष्ट व्यवस्था का एक अंश बन जाते हैं ।

हिन्दुओं हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए अधिक तीव्रता से प्रयास करना होगा ! – अधिवक्ता अतुल जेसवानी, संस्थापक तथा प्रदेशाध्यक्ष, हिन्दू सेवा परिषद, मध्यप्रदेश

‘हिन्दू राष्ट्र अर्थात केवल जिस पर हमारा अधिकार है, ऐसा भूमि का टुकडा नहीं, अपितु ‘जहां लव जिहाद, गोहत्या, बलात्कार, धर्मांतरण आदि नहीं होगा’, ऐसा राष्ट्र । ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होनी ही है’, यह सोचकर हिन्दुओं के शांत बैठने से नहीं चलेगा ।

कांग्रेस को मिटाने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !

कांग्रेस जैसे दुष्ट राजनीतिक दलों की वैचारिक पराजय कर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करने के उपरांत ही हिन्दुओं की समस्याओं का समाधान होगा, यह त्रिवार सत्य है !

धर्म एवं देवता के प्रति श्रद्धा के बल पर ही भारत को हिन्दू राष्ट्र के कार्य को आगे ले जाना होगा !

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी द्वारा किया गया समापनीय मार्गदर्शन

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में पारित किए गए कुछ महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में हिन्दू हित के अनेक प्रस्ताव हिन्दुत्वनिष्ठों ने ‘हर हर महादेव’ की घोषणा में सम्मत किए । उनमें से कुछ प्रस्ताव आगे दिए हैं ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजासिंह ने दहाडकर किया ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना का उद्घोष !

धर्मांध आतंकियों का रूप लेकर हिन्दुओं को मारने के लिए तैयार होकर बैठे हैं । प्रत्येक गांव के हिन्दू स्वयं की रक्षा के लिए शस्त्रविद्या सीख लें, अन्यथा भविष्य में धर्मांधों के हाथों हिन्दू मारे जाएंगे ।

भारत की इस्लामी अर्थव्यवस्था को समझ कर उसका विरोध करना चाहिए ! – ऋषि वशिष्ठ, अर्थशास्त्रज्ञ, देहली

किसी भी प्रकार की मुहिम चलाने के लिए, संघर्ष करने के लिए धन की आवश्यकता होती है । धन के माध्यम से संघर्ष आरंभ किया जा सकता है, उसे समर्थन दिया जा सकता है । हिन्दुओं को ‘डिजिटल’ अर्थव्यवस्था का अभ्यास कर उसे सुदृढ बनाना चाहिए ।

हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के महायज्ञ में प्रत्येक हिन्दू परिवार के सदस्य आहुति दें ! – आचार्य राजेश्वर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, संयुक्त भारतीय धर्म संसद, राजस्थान

पहले संपूर्ण विश्व में हिन्दू संस्कृति थी, अब वहां अन्य धर्मी राज कर रहे हैं । कुछ वर्ष पूर्व हिन्दुओं ने कश्मीर से पलायन किया । आज के समय में देश में ६०० स्थानों पर छोटे पाकिस्तान बन गए हैं ।