Bangladesh Hindu Temples Vandalized : चितगाव (बांग्लादेश) में शुक्रवार की नमाजठन के पश्चात धर्मांध मुसलमानों द्वारा ३ मंदिरों की तोडफोड
‘बांग्लादेश में हिन्दू संरक्षित हैं’ कहनेवाला बांग्लादेश इस पर मुंह नहीं खोलेगा !
‘बांग्लादेश में हिन्दू संरक्षित हैं’ कहनेवाला बांग्लादेश इस पर मुंह नहीं खोलेगा !
वर्तमान समय में चूंकि बांग्लादेश में जिहादी मानसिकता के लोग सत्ता में हैं , इसलिए वहां हिन्दू संगठनों की यह स्थिति होना लाजमी है । इतना ही नहीं, यह भी उतना ही सच है कि हिन्दू समाप्त हो जायेंगे । अब दुनिया भर के हिन्दू ‘एक हैं तो सुरक्षित हैं’ के लिए क्या करने जा रहे हैं , यही देखना होगा !
यदि ‘जय श्री राम’ का उद्घोष राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान में नहीं दिया जाएगा तो फिर ‘जामिया मिल्लिया इस्लामिया’ या ‘अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय’ में दिया जाना चाहिए क्या ? हिन्दुओं के देश में उन्हें हिन्दू धर्म के अनुसार आचरण न करने देना, यह अपमानजनक है !
न्यायालय के आदेश पर हो रहे सर्वेक्षण का विरोध करनेवाले धर्मांधों पर कठोर कार्यवाही होना आवश्यक है । न्यायालय की अवमानना होने से न्यायालय भी इस पर आदेश दे, यही कानूनप्रेमी जनता की अपेक्षा है !
भगवत गीता पढ़ाने के विरुद्ध याचिका निरस्त !
आम हिंदुओं के प्रयासों के साथ-साथ हिंदू धर्म के प्रति समर्पित संगठन एकत्र आकर इन आयोजनों तक ही सीमित न रहकर, हिंदुओं की सुरक्षा के लिए एक सार्वभौमिक ‘हिंदू इकोसिस्टम’ की दिशा में निर्णायक कदम उठाएंगे !
यह स्पष्ट है कि खालिस्तानी हिन्दू मंदिरों पर आक्रमण कर रहे हैं । कनाडा की पुलिस अपनी निष्क्रियता छुपाने के लिए मंदिर पर होने वाले कार्यक्रम को ही रद्द करने का प्रयास कर रही है, इससे पता चलता है !
ऐसा आदेश देने के लिए भोपाल भारत में है अथवा पाकिस्तान में ? मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार के रहते ऐसी रोक लगाने का साहस किसी को कैसे होता है ?
महाकुंभ पर्व में सभी समुदायों के प्रवेश का समर्थन करने पर उन्होंने विपक्षी नेताओं की आलोचना की।
सरकार को ऐसे हिन्दू-द्वेषी विकृत धर्मांध मुसलमानों को मृत्युदंड दिलाने का प्रयास करना चाहिए !