प्रोफेसर ने छात्रों को तिलक लगाने और ‘जय श्री राम’ बोलने से रोका !
यदि ‘जय श्री राम’ का उद्घोष राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान में नहीं दिया जाएगा तो फिर ‘जामिया मिल्लिया इस्लामिया’ या ‘अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय’ में दिया जाना चाहिए क्या ? हिन्दुओं के देश में उन्हें हिन्दू धर्म के अनुसार आचरण न करने देना, यह अपमानजनक है !