‘लव जिहाद’ पुस्तक प्रकाशन के कार्यक्रम की पृष्ठभूमि पर जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाई
शिवमोग्गा (कर्नाटक) – श्रीराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिक शिवमोग्गा में ‘लव जिहाद’ नामक पुस्तक के प्रकाशन हेतु २८ फरवरी को पधारे थे, तब पुलिस द्वारा उन्हें रोकने एवं वापस भेज देने की घटना हुई । कहा जाता है कि श्री. प्रमोद मुतालिक अन्य धर्म के बारे में भडकाउ भाषण करते हैं । उनके विरुद्ध राज्य में अनुमान से ३० अपराध पंजीकृत हैं । शिवमोग्गा संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण सावधानी के उपाय के रूप में यह आदेश जारी किया गया है । (यदि ऐसा है तो शिवमोग्गा में टिपू सुलतान से लेकर अनेक विषयों पर अनेक बार धर्मांध मुसलमानों द्वारा दंगे भडकाए गए थे, क्या तब उनपर कभी कार्यवाई की थी ? – संपादक) श्री. मुतालिक को फरवरी २८ से अगले ७ दिनों तक जिला प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है ।
१. मार्च १ की सुबह ११ बजे वार्ताभवन में पुस्तक प्रकाशन कार्यक्रम आयोजित किया गया था । तदनंतर शुभम हाटेल में पत्रकार परिषद भी आयोजित की गई थी; परंतु पुलिस ने प्रमोद मुतालिक को शिवमोगा में प्रवेश ही नहीं दिया । इस समय पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी किया । तथा जिलाधिकारी द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार उन्हें वापस भेज दिया । (यदि यहां मुसलमान संगठन के नेता होते तो क्या ऐसी तत्परता से कार्यवाई करने का साहस पुलिस ने दिखाया होता ? – संपादक)
२. जिला दंडाधिकारी के इस दुष्कृत्य पर प्रमोद मुतालिक ने प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा ‘कांग्रेस सरकार हिन्दू विरुद्ध है । कांग्रेस का कुशासन उजागर हो रहा है । (क्या स्वयं को हिन्दू कहलानेवाले उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार इसपर कुछ कहेंगे ? – संपादक)
सडक पर किया गया पुस्तक प्रकाशन
भाजपा के विधायक चन्नबासप्पा एवं भूतपूर्व जिला पंचायत सदस्य के. ई. कांतेश के साथ प्रमुख व्यक्ति घटनास्थल पहुंचे । उस समय श्री. प्रमोद मुतालिक ने सडक पर ही पुस्तक एवं उसके विषय में भींत पत्रक का प्रकाशन किया । (हिन्दुओं की स्थिति किस प्रकार दयनीय बन गई है, यह उसीका द्योतक है । धडल्ले से व्यक्ति स्वतंत्रता के नाम पर चिल्लानेवाले लोग अब इसपर मुंह में दही जमाकर बैठ जाएंगे । – संपादक)
संपादकीय भूमिका
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