पूर्णिया (बिहार) के एक गांव की घटना
पूर्णिया (बिहार) – यहां के शर्मा टोली गांव में करीब १५० हिन्दू परिवारों के घरों तक जाने वाली सड़क को जहां मुस्लिम रहते हैं उस ओर से बंद कर दिया गया है । इस प्रकरण में लोगों ने उपखंड अधिकारी व जिला कलेक्टर से सडक खुलवाने की मांग की है । हिन्दुओं ने कहा कि गांव के आसपास मुसलमानों की निजी जमीन है, जिसके कारण गांव में जाने के लिए कोई अन्य मार्ग नहीं है ।
Purnia (Bihar): Mu$l!ms blocked the access road to 150 Hindu families' homes
It is shameful for Hindus that, despite being the majority in India, Mu$l!ms are displaying such dominance in a village!
Legal action must be taken against this as per the law!
The so-called… pic.twitter.com/eTGsD8WGD2
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) March 3, 2025
१. यहां अनुमानित १५० परिवारों के घरों तक पहुंचने के लिए कोई सरकारी सड़क नहीं है । अंतिम कई वर्षों से लोग निजी सडकों के जरिए इस क्षेत्र से आवागमन करते थे; लेकिन चूंकि आसपास मुस्लिम बस्तियां थीं और जमीन भी मुसलमानों की थी, इसलिए उन्होंने गांव की ओर जाने वाली सड़क को रोक दिया ।
२. पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने सडक के लिए जमीन मालिक को एक लाख रुपए भी दिए थे; लेकिन बाद में सामाजिक दबाव के चलते जमीन मालिक ने पैसे लौटा दिए और सडक भी खाली नहीं कराई । वर्तमान स्थिति यह है कि गांव की ओर जाने वाली सभी सडकें बंद हैं । इसके कारण हिन्दू बेटे-बेटियों की शादी नहीं हो पा रही है । अगर कोई बीमार भी पड जाए तो उसे चिकित्सालय जाना कठिन हो गया है । मुसलमान अब ही हिन्दुओं को पूजा करने और यहां तक कि भोंगा बजाने से भी रोक रहे हैं ।
३. इस सड़क की मांग को लेकर शर्मा टोला के लोगों ने अनुमंडल न्यायालय में परिवाद प्रविष्ट किया था । न्यायालय ने उनके पक्ष में निर्णय सुनाया था; लेकिन बाद में सिविल कोर्ट में यह निर्णय पलट दिया गया और मुसलमानों के पक्ष में निर्णय दिया गया । अब लोगों ने जिलाधिकारी कुंदन कुमार को आवेदन देकर गांव तक सडक की मांग की है ।
४. अनुमंडल पदाधिकारी कुमारी तौसी ने बताया कि कानून कहता है कि अगर १०० से अधिक परिवार हैं तो उनकी सड़क को अवरुद्ध नहीं किया जा सकता, चाहे वह निजी ही क्यों न हो । यहां १५० से अधिक परिवार हैं; तो फिर उन्हें कोई कैसे रोक सकता है ? इसके लिए कई बार थाने तथा विभागीय अधिकारियों को पत्र भेजा गया; लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
५. शर्मा टोला गांव के प्रधान सबनूर आलम ने कहा कि कुछ लोग निजी जमीन होने के कारण रास्ता नहीं दे रहे हैं; लेकिन उन्हें दूसरी ओर से रास्ता देने की बात चल रही थी; लेकिन शर्मा टोला गांव के लोग दूसरा रास्ता अपनाने को तैयार नहीं हैं । यह आरोप कि मुसलमान हिन्दू रीति-रिवाजों और धार्मिक समारोहों में बाधा डाल रहे हैं, गलत है । कुछ लोग इस घटना का राजनीतिकरण कर रहे हैं ।
संपादकीय भूमिका
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