पिछले ५० वर्षाें में अमरिका में ईसाई धर्म पर श्रद्धा रखनेवालों की संख्या में २६ प्रतिशत से घटाव !
हिन्दू धर्म को त्यागकर ईसाई बनने का हीन कर्म करनेवाले हिन्दुओं की आंखे खोलनेवाली यह घटना है । भारत के ईसाई मिश्नरी भी इस विषय में कुछ बोले !
हिन्दू धर्म को त्यागकर ईसाई बनने का हीन कर्म करनेवाले हिन्दुओं की आंखे खोलनेवाली यह घटना है । भारत के ईसाई मिश्नरी भी इस विषय में कुछ बोले !
ऐसा प्रस्ताव सम्मत कर द्रमुक सरकार ने एकप्रकार से धर्मपरिवर्तन को प्रोत्साहन दिया है । इससे ईसाई धर्मप्रचारक दलितों का बडी मात्रा में धर्मपरिवर्तन करेंगे । हिन्दू धर्म के बल पर उठे द्रमुक सरकार को नीचे लाने हेतु अब वहां के हिन्दुओं को ही प्रयास करना आवश्यक है !
पहले राज्यकर्ता मंदिरों को धन अर्पण करते थे, पऱंतु वर्तमान के राज्यकर्ता मंदिरों का धन लूटते हैं एवं हिन्दू भक्त उसकी ओर निष्क्रियता से देख रहे हैं । यह हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है !
धर्म की हानि के विरुद्ध अनवरत संघर्ष करने वाले शंभुदुर्ग प्रतिष्ठान के उदाहरण का अनुकरण सभी हिन्दू संगठनों को करना चाहिए !
(अब इनकी सुनिए ) ‘विरोधियों की ओर से धार्मिक रंग देने का प्रयास !’ – मुख्य मंत्री भूपेश बघेल (कांग्रेस अब तक यही करते आई है । इसलिए हिन्दुओं द्वारा केंद्र की सत्ता से हटाने पर भी कांग्रेस को उसका भान नहीं है, यही देखने में आता है !
नेता मुरलीधरन ने लैटिन कैथॉलिक आर्च डायोसीज मुख्यालय को भेंट दी एवं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष के. सुरेंद्रन् ने थालास्सेरी के बिशप हाऊस में जाकर आर्चबिशप मार रेमीजियस पॉल इंचानानियिल से भेंट की ।
जबलपुर डायोसिस के विवादित बिशप पी.सी. सिंह ने ‘सी.एन.आई.’ के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों में अनेक गलत काम किए । संस्था की भूमि और अन्य आर्थिक बातों में भी भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप है ।
यद्यपि हिन्दू भगवद्गीता निःशुल्क वितरित कर रहे हैं, तो भी उनका उद्देश्य अन्य धर्मियों का धर्म परिवर्तन करना नहीं रहता । परंतु ईसाई बाइबल का निःशुल्क वितरण कर उनके धर्म का प्रसार कर हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन करने का प्रयास करते हैं !
ईसाइयों के सर्वाेच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने चर्च के पादरियों के लिए बनाया गया शारीरिक संबंधों पर प्रतिबंध लाने का नियम अवैध घोषित किया है ।
देश में धर्म परिवर्तन किए लोगों को आरक्षण दिए जाने का विरोध अब जोर पकडता जा रहा है । हिन्दू धर्म छोडकर इस्लाम और ईसाई बने लोगों को आरक्षण का लाभ न मिले, ऐसी मांग विश्व हिन्दू परिषद ने की ।