(….इनकी सुनिए ) ‘भारत से ईसाई धर्म समाप्त कर सकेंगे, ऐसा कोई विचार न करे !’ – आर्चबिशप क्लेमिस, केरल

मणिपुर में हिंसापर केरल के आर्चबिशप क्लेमिस के निरर्थक विधान !

(आर्चबिशप अर्थात वरिष्ठ पादरी)

थिरूवनंतपुरम् (केरल) – ‘भारत में ईसाई धर्म समाप्त कर पाएंगें, ऐसा कोई विचार न करे’, ऐसे निरर्थक और बेसिरपैर के विधान केरल में केरल कैथलिक बिशप काउंसिल के अध्यक्ष एवं सायरो-मलंकारा कैथलिक चर्च के आर्चबिशप बेसिलियोस क्लेमिस ने मणिपुर में हो रहे हिंसाचार पर किए । यहां कांग्रेस के विधायक के नेतृत्व में इस हिंसाचार के विरोध में आंदोलन किया गया । इस अवसर पर आर्चबिशप क्लेमिस बोल रहे थे ।

आर्चबिशप क्लेमिस आगे बोले, ‘‘इस हिंसाचार के प्रकरण में प्रधानमंत्री मोदी को मौन छोडना चाहिए । ऐसा कर उन्हें विश्व को संदेश देने का अच्छा अवसर है कि ‘भारत में लोकतंत्र कायम है । केंद्र सरकार को हस्तक्षेप कर मणिपुर में शांति स्थापित करने के लिए प्रयत्न करना चाहिए । गत ६५ दिनों से यहां हिंसाचार हो रहा है । जो सरकार ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ करना जानती है, यह क्या हिंसाचार रोकने के लिए सक्षम नहीं ?’’

संपादकीय भूमिका 

भारत से ईसाई धर्म को समाप्त करने के विषय में किसी के न तो कुछ बोलने और न ही कुछ करते हुए भी इसप्रकार के विधान कर हिन्दुओं को ‘तालिबानी’ ठहराने का ही पादरियों का यह प्रयत्न है, यह ध्यान में रखें ! वास्तविकता तो यह है कि मणिपुर में कुकी समाज के ईसाई वहां के हिन्दू मैतेई समाज के लोगों को समाप्त करने का प्रयत्न कर रहे हैं !