बीजिंग (चीन) – घर में गुप्त पद्धति से चर्च चलाने के प्रकरण में चीन की सरकार ने एक ईसाई दंपति पर ४ लाख युआन (४५ लाख ५३ सहस्र ४७४ रुपए) का आर्थिक दंड लगाया है । ईसाई धर्मप्रचाकर यांग जिबो एवं वांग जिओफी, ये उनके नाम हैं । चीन में ईसाईयों के हो रहे दमन पर ध्यान रखनेवाले टेक्सास के एक सामाजिक संगठन ने चीन का यह कृत्य उजागर किया ।
China clamps down on Christians, fines pastor and wife for running underground church: watchdog – Fox News https://t.co/vGPIQ6xvWh
— Say No To Sino (@SayNoToSino) July 4, 2023
चीन की अग्नेय दिशा में स्थित जियामेन बंदरगाह में रहनेवाली यह दंपति अपने ही घर में जुनसाइडिंग नाम से चर्च चला रहे थे । यह चर्च इस प्रांत का सबसे बडा चर्च माना जाता है । इस चर्च की चीन सरकार के पास किसी प्रकार का पंजीकरण न होने से सरकार ने वर्ष २०२१ में इस दंपति पर २ लाख युआन (२२ लाख ७६ सहस्र ७३७ रुपए) आर्थिक दंड लगाया था, जिसे २८ जून २०२३ को दोगुना अर्थात ४ लाख युआनतक बढाया गया । इस दंपति ने इस आर्थिक दंड का भुगतान करना अस्वीकार किया है ।
चीन ने मई २०१९ में भी एक चर्च पर २५ सहस्र युआन (२ लाख ८४ सहस्र ५९२ रुपए) आर्थिक दंड लगाया था ।
संपादकीय भूमिकाभारत में अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकारों का दमन होने का आक्रोश करनेवाले इस पर क्यों चूप हैं ? |