China Tibetan Army: चीन तिब्बती युवाओं को सेना में भर्ती करेगा और उन्हें भारत के खिलाफ युद्ध में भेजेगा !
चीन २०२० में गलवान में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद से तिब्बती सीमा पर आक्रामक तरीके से बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है।
चीन २०२० में गलवान में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद से तिब्बती सीमा पर आक्रामक तरीके से बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है।
पडोसी देश भारत से दूर न जाकर चीन उनको साम, दाम, दंड और भेद के द्वारा उन्हें स्वयं की ओर मोड रहा है और इसका परिणाम इन देशों के आत्मघात में होने वाला है, यह ध्यान में रखना चाहिए !
३० नए टापु पर निर्माणकार्य का ठेका चीनी कंपनियों को मिलेगा !
विशेषता यह है कि कंधे पर रखकर मिसाइलें लॉन्चर द्वारा दागी जा सकती हैं । इसके लिए ६ सहस्र ८०० करोड रुपए की योजना बनाई गई है ।
अमेरिका के अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ‘नासा’ के प्रशासकों का दावा !
टेस्ला जैसी कंपनी चीन की बजाय भारत में निवेश कर रही है, इससे स्पष्ट होता है कि चीन के विषय में इस कंपनी को विश्वास नहीं । इस कारण चीन को मिर्ची लगेगी, इसमें क्या विशेष ?
भारत के साथ चीन का इतिहास देखनें पर वह विश्वासघाती प्रतीत होता है। अत: भारत चीन के साथ सकारात्मक विचार रखकर कभी भी निश्चिंत नहीं रह सकता !
दक्षिण चीन समुद्र में वहां के देशों पर सागरी दबाव लाने के उपरांत चीन ने अब हिन्दी महासागर क्षेत्र में सर्वे करनेवाले और पहरा देनेवाले न्यूनतम ३ चिनी जासूसी जहाज नियुक्त किए हैैं ।
विश्वप्रसिद्ध ‘माइक्रोसॉफ्ट’ कंपनी को संदेह
अरुणाचल प्रदेश के गांवों के नाम बदलने की घटना पर विदेशमंत्री डॉ. जयशंकर ने चीन को खरी-खरी सुनाई !