एक असफल क्रांति !
अक्टूबर १९१७ में रूस में क्रांति हुई । पूरे विश्व में साम्यवादी क्रांति के विचारों की हवा बहने लगी । पीटर फ्राइर ब्रिटिश मार्क्सवादी लेखक था । उसने अपने लेख से तथाकथित क्रांति का बहुत अच्छा विश्लेषण किया ।
अक्टूबर १९१७ में रूस में क्रांति हुई । पूरे विश्व में साम्यवादी क्रांति के विचारों की हवा बहने लगी । पीटर फ्राइर ब्रिटिश मार्क्सवादी लेखक था । उसने अपने लेख से तथाकथित क्रांति का बहुत अच्छा विश्लेषण किया ।
जबकि भारत में कई राजनेता और प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारी आकंठ भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, लेकिन उनके विरुद्ध कभी ऐसी कार्यवाही नहीं की जाती ! यह भारत के लिए लज्जास्पद है !
मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू होने की संभावना
सैनिकों की वापसी के निर्णय के पश्चात दोनों नेताओं के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बैठक थी ।
चूंकि नेपाल चीन का सहयोगी बन गया है तथा भारत से उसका एक अर्थ से वैर ही हो गया है, इसलिए उसके प्रधानमंत्री भारत आएं अथवा न आएं उससे कोई अंतर नहीं पड़ता ?
‘ऑल इंडिया कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया’ से मिली जानकारी के अनुसार देशभर में दीपावली की खरीदारी में चीन निर्मित वस्तुओं की बिक्री घट गई है ।
भारत और चीन कभी भी आपसी विश्वास निर्माण नहीं कर सकते; क्योंकि ताली एक हाथ से नहीं बजती। चीन के इतिहास एवं उसकी मानसिकता की यही वास्तविकता है। इसलिए भारत को चीन से सदैव सतर्क रह कर संबंध बनाने चाहिए!
ये देशद्रोही कौन है ये तो सब जानते है और आम हिंदू जनता कि यह इच्छा है कि इनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए !
भारत और चीन गश्त फिर से शुरू करने पर सहमत हो गए हैं। २२ और २३ अक्टूबर को रूस में होने वाले १६ वें ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन) शिखर सम्मेलन के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा से पहले इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। इसलिए किसी और को इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए ।