एक असफल क्रांति !

अक्टूबर १९१७ में रूस में क्रांति हुई । पूरे विश्व में साम्यवादी क्रांति के विचारों की हवा बहने लगी । पीटर फ्राइर ब्रिटिश मार्क्सवादी लेखक था । उसने अपने लेख से तथाकथित क्रांति का बहुत अच्छा विश्लेषण किया ।

China Bank Chairman Hanged : ‘ बैंक ऑफ चाइना ‘ के पूर्व अध्यक्ष को भ्रष्टाचार के आरोप में फांसी !

जबकि भारत में कई राजनेता और प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारी आकंठ भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, लेकिन उनके विरुद्ध कभी ऐसी कार्यवाही नहीं की जाती ! यह भारत के लिए लज्जास्पद है !

Talks On India-China Air Services : G-२० शिखर सम्मेलन में भारत-चीन सीधी उडान सेवा शुरू करने पर चर्चा !

मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू होने की संभावना

G20 IndiaChina Meet : डेमचोक तथा देपसांग से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया की समीक्षा की !

सैनिकों की वापसी के निर्णय के पश्चात दोनों नेताओं के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बैठक थी ।

K.P.Oli To Visit China First : नेपाल के नए प्रधानमंत्री भारत के स्थान पर पहले चीन जाएंगे !

चूंकि नेपाल चीन का सहयोगी बन गया है तथा भारत से उसका एक अर्थ से वैर ही हो गया है, इसलिए उसके प्रधानमंत्री भारत आएं अथवा न आएं उससे कोई अंतर नहीं पड़ता ?

Chinese Businesses To Face Loss In Diwali : दीपावली में चीन के व्यापारियों को १ लाख २५ हजार करोड़ रुपए का घाटा होने की संभावना !

‘ऑल इंडिया कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया’ से मिली जानकारी के अनुसार देशभर में दीपावली की खरीदारी में चीन निर्मित वस्तुओं की बिक्री घट गई है ।

China Border Dispute : भारत और चीन आपसी विश्वास निर्माण होने में समय लगेगा !

भारत और चीन कभी भी आपसी विश्वास निर्माण नहीं कर सकते; क्योंकि ताली एक हाथ से नहीं बजती। चीन के इतिहास एवं उसकी मानसिकता की यही वास्तविकता है। इसलिए भारत को चीन से सदैव सतर्क रह कर संबंध बनाने चाहिए!

Professor Madhav Das Nalapat : चीन से दूर गए निवेशकों को डराने के लिए भारत में आक्रमण !

ये देशद्रोही कौन है ये तो सब जानते है और आम हिंदू जनता कि यह इच्छा है कि इनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए !

प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा पर गश्त को लेकर भारत और चीन के बीच समझौता !

भारत और चीन गश्त फिर से शुरू करने पर सहमत हो गए हैं। २२ और २३ अक्टूबर को रूस में होने वाले १६ वें ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन) शिखर सम्मेलन के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा से पहले इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

China-Pakistan On Kashmir : (और इनकी सुनिये) ‘जम्मू-कश्मीर मुद्दे को द्विपक्षीय समझौते के अनुसार शांति से हल किया जाना चाहिए !’ – चीन-पाक इनके निवेदन

कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। इसलिए किसी और को इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए ।