आजमगढ (उत्तर प्रदेश) में हिन्दुओं का धर्मांतरण करने का प्रयास करनेवाली ५ ईसाई महिलाओं को बंदी बनाया गया

बंदी बनाई गई ५ ईसाई महिलाएं

आजमगढ (उत्तर प्रदेश) – जिले के सिकंदर पट्टी गांव में हिन्दुओं का धर्मांतरण करने का प्रयास करनेवाली ५ ईसाई महिलाओं को बंदी बनाया गया है । उन पर प्रार्थना सभाओं के नाम पर लोगों को ईसाई बनाने का आरोप है ।

१. प्रसारमाध्यमाों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सिकंदर पट्टी गांव के ब्रिजेश पांडे ने अपने गांव में हो रहे धर्मांतरण की जानकारी पुलिस को दी । उन्होंने परिवाद में कहा था ‘विजय बिंद्रा नामक व्यक्ति के खेत में निर्मित घर में कुछ लोग इकट्ठे हुए हैं एवं हिन्दुओं के देवी-देवताओं का अपमान करनेवाला संगीत बजा रहे हैं’ ।

२. इस परिवाद के आधार पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची । तलाश के समय पुलिस को कुछ आपत्तिजनक सामग्री, छायाचित्र एवं वाद्य यंत्र मिले हैं । धमकाना एवं लालच दिखाकर धर्मांतरण के लिए उकसाना, इन आरोपों के तहत पुलिस ने ५ महिलाओं को बंदी बनाया है । आरोपी महिलाएं सुलतानपुर एवं जौनपुर जिले की निवासी हैं ।

बजरंग दल के पदाधिकारी ने ईसाई पादरी द्वारा आक्रमण करने का लगाया आरोप 

अन्य एक घटना में बहराइच जिले के एक पादरी पर आरोप है कि उसने कुछ मित्रों सहित बजरंग दल के अवध प्रांत विभाग के संयोजक दीपांशु श्रीवास्तव पर आक्रमण किया । श्रीवास्तव ने कहा, ‘कुछ दिन पूर्व मैंने पादरी अनिल के विरुद्ध हिन्दुओं के देवी-देवताओं का अपमान करने के प्रकरण में पुलिस में परिवाद प्रविष्ट किया था । इस कारण पादरी अनिल ने धमकी देते हुए कहा कि वह मुझे देख लेगा । (प्रेम एवं शांति का संदेश देनेवाले पादरी का सच्चा स्वरूप  ! – संपादक) ११ जुलाई २०२३ को मैं घर वापस जा रहा था तभी मार्ग में २ पहिया वाहन से आनेवाले ४ लोगों ने मुझ पर आक्रमण किया । इस प्रकरण में पुलिस अन्वेषण कर रही है ।

संपादकीय भूमिका 

उत्तर प्रदेश में हिन्दुत्वनिष्ठ भाजपा की सरकार होते हुए ईसाई धर्मप्रचारकों का हिन्दुओं का धर्मांतरण करने का दुःसाहस न हो, हिन्दुओं की ऐसी ही अपेक्षा है !