बजरंग दल ने ३ दिन के भीतर कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी !
(‘इफ्तार‘ रमजान के समय मुसलमानों द्वारा उपवास तोडने की प्रक्रिया है)

हरिद्वार (उत्तराखंड) – यहां ऋषिकुल आयुर्वेद महाविद्यालय के कुछ मुस्लिम छात्रों ने ७ मार्च को ‘इफ्तार‘ का आयोजन किया। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने ८ मार्च को महाविद्यालय जाकर इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह हिन्दुओं की धार्मिक नगरी में बाहरी लोगों को लाने का षड्यंत्र है और यह इस्लामिक जिहाद है।
Mu$l!m students organise Iftar feast without permission at Rishikul Ayurvedic College in Haridwar – Bajrang Dal warns of protests if action isn’t taken within 3 days.
Why is such a warning necessary? Why doesn’t the college administration take action on its own?
At Aligarh… pic.twitter.com/4y2qu4M6io
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) March 9, 2025
१. बजरंग दल के नेता अमित कुमार ने कहा कि हरिद्वार में अहिन्दुओं द्वारा ऐसा कोई भी कृत्य नगर निगम के नियमों के विरुद्ध है। यदि आगामी तीन दिन के अंदर दोषी छात्रों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो बडा आंदोलन किया जाएगा।
२. महाविद्यालय निदेशक डी.सी. सिंह ने बताया कि कुछ छात्रों द्वारा बिना अनुमति के भोज का आयोजन करने का आरोप हुआ था । चौकीदार द्वारा छात्रों को सूचित करने के उपरांत शिक्षकों ने उन्हें बाहर निकाल दिया। वह कौन था ? यह स्पष्ट नहीं है; ल किन्तु जांच के लिए एक समिति गठित की गई है जो तीन दिन के भीतर निरीक्षण प्रतिवेदन प्रशासन को सौंपेगी।
३. दूसरी ओर, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने महाविद्यालय के प्रवेश द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया और अंदर जाने का प्रयास किया; किन्तु पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
४. बजरंग दल के प्रदेश संयोजक अनुज वालिया ने कहा कि इस तरह का कृत्य हिन्दुओं की भावनाओं का अपमान है और दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जानी चाहिए।
५. प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम नगर दंडाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा। नगर दंडाधिकारी कुश्म चौहान ने बताया कि पुलिस को जांच के मौखिक निर्देश दिए गए हैं।
६. ऋषिकुल महाविद्यालय का ऐतिहासिक महत्व है क्योंकि यह पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय का एक प्रभाग है। इस घटना से हिन्दू संगठनों में व्यापक रोष व्याप्त है।
संपादकीय भूमिका
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