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प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), ९ फरवरी (वार्ता.) – महाकुंभ मेला क्षेत्र स्थित विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) शिविर में चल रही त्रि-दिवसीय बैठक रविवार को इस संकल्प से साथ पूरी हो गई कि अब किसी भी स्थिति में हम मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्ति दिला कर ही रहेंगे । बैठक में उपस्थित देश – विदेश के ९५० प्रतिनिधियों ने मिलकर एक बड़ी रणनीति भी बनाई है ।
🚩 VHP’s 3-day meeting at Maha Kumbh Mela concludes with a decisive action plan for the Mandir Mukti Movement!
🌍 Representatives from 15 countries joined the discussion.
📜 Key Resolutions:
✅ Free Hindu temples from government control✅ Independent temple management
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 9, 2025
इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने आज कहा….

१. मंदिर मुक्ति आंदोलन के प्रथम चरण में विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता अन्य हिन्दू संगठनों के साथ मिलकर प्रत्येक राज्य के मुख्यमंत्री को ज्ञापन दे कर मांग करेंगे कि सरकारें हिन्दू मंदिरों को वापस हिन्दू समाज को सौंपे । उत्तर भारत और दक्षिण भारत में बड़ी जनसभाएं कर इस संबंध में अपनी मांगे तेज करेंगे ।
२. आंदोलन के दूसरे चरण में प्रत्येक राज्य की राजधानी व महानगरों में वहां के बुद्धजीवी समाज की सभाएं कर इसके लिए व्यापक जन समर्थन जुटाएंगे ।जिन राज्यों में यह समस्या अधिक विकट है, वहां आगामी विधानसभा सत्र के समय हमारे कार्यकर्ता विधानसभा और विधान परिषद के सदस्यों से मिलकर वहां के राजनीतिक दलों पर मंदिरों की मुक्ति हेतु दबाव बनाएंगे ।
३. कुंभ मेला क्षेत्र में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए विहिप अध्यक्ष ने बताया कि बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि मंदिरों को अपने नियमित कामकाज के संचालन हेतु अधिकतम स्वतंत्रता होनी चाहिए । मंदिर प्रबंधन में किसी भी प्रकार का बाहरी नियंत्रण अब स्वीकार्य नहीं होगा । उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मंदिर मुक्ति आंदोलन में हम केवल उन्हीं मंदिरों की बात कर रहे हैं जो अभी तक सरकारी नियंत्रण में है, अन्य मंदिरों की नहीं ।

४. श्री आलोक कुमार ने कहा कि हमारा मत है कि मंदिर की निधि को केवल हिन्दू कार्यों के लिए खर्च किया जाना चाहिए । इस संबंध के कानून में पूरी तरह से पारदर्शी वही खाते और अंकेक्षण की व्यवस्था होगी ।
५. मंदिरों के संचालन में संपूर्ण हिन्दू समाज की सहभागिता और मंदिरों के लिए बने ट्रस्ट में अन्य लोगों के साथ महिलाओं व अनुसूचित समाज का प्रतिनिधित्व भी होगा ।
६. इस बैठक में पूज्य स्वामी श्री परमानंदजी महाराज व बौद्ध लामा पूज्य श्री चोस फेल ज्योतपाजी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर कार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसवोले तथा पूर्व सर कार्यवाह व विहिप के पालक अधिकारी श्री भैयाजी जोशी भी उपस्थित रहे ।