हिन्दू राष्ट्र की बौद्धिक स्तर की लडाई जीतने के लिए हिन्दुओं के विरोध के ‘नैरेटिव’ (कथानकों) को समझ लेना आवश्यक ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृती समिती

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में ‘संविधान एवं हिन्दू राष्ट्र’ विषय पर आयोजित उद्बोधन सत्र में ‘हिन्दू राष्ट्र विरोधियों की काल्पनिक कथानकों का प्रचार’ विषय पर संबोधित करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे ।

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदेजी को ‘सांस्कृतिक योद्धा’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया !

राष्ट्र और भारतीय संस्कृति को कुटिल दृष्टि से देखने वालों के विरुद्ध संवैधानिक रूप से सतत संघर्षरत हिन्दू-द्वेषी चित्रकार एम.पी. हुसैन और डॉ. जाकिर नाइक के राष्ट्र विरोधी और असामाजिक स्वरूप को जनसामान्य के समक्ष उजागर करने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए पुस्तकें लिखने के लिए श्री. रमेश शिंदे को यह पुरस्कार दिया गया।

‘ब्रेकिंग इंडिया फोर्सेस’के द्वारा युवकों को भारत के विरुद्ध खडे करने का षड्यंत्र ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

विश्वविद्यालयों में भावी पीढी को राष्ट्रविरोधी बनाने का काम चल रहा है । इसे रोकने के लिए हमें शिक्षा एवं संस्कार दिलानेवाली गुरुकुल शिक्षाव्यवस्था का समर्थन करना होगा । वामपंथी स्वयं को मानवतावादी एवं पर्यावरणवादी दिखाने का प्रयास करते हैं ।

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में मान्यवरों का गौरव !

श्री अंजनेश्वर मंदिर के महंत पू. विद्यादास महाराजजी ने सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे का भगवान मारूति की प्रतिमा देकर सत्कार किया ।

प्राचीन भारत की आदर्श शिक्षाप्रणाली !

भारत की प्राचीन शिक्षाप्रणाली की विशेषता यह थी कि बालक का ६ – ७ वर्ष की अवस्था में उपनयन संस्कार कर दिया जाता था । यज्ञोपवीत हो जाने पर बालक २५ वर्ष की आयु तक ब्रह्मचर्य धर्म का पालन करते हुए उच्च शिक्षा ग्रहण करता था ।

नारियों के लिए पाठशालाएं तथा सहशिक्षा की व्यवस्था

वेदों में उल्लेखित कुछ मंत्र इस बात को रेखांकित करते हैं कि कुमारियों के लिए शिक्षा अपरिहार्य एवं महत्त्वपूर्ण मानी जाती थी । स्त्रियों को लौकिक एवं आध्यात्मिक दोनों प्रकार की शिक्षाएं दी जाती थीं । गोभिल गृहसूत्र में कहा गया है कि अशिक्षित पत्नी यज्ञ करने में समर्थ नहीं होती थी ।

‘दी कश्मीर फाइल्स’समान ‘गोवा फाइल्स’ संदर्भ में चर्चा होगी ! – श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

16 जून से गोवा में ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव!’

लक्ष्मणपुरी एवं कानपुर के विभिन्न स्थानों पर समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे का मार्गदर्शन

‘हलाल प्रमाणपत्र’ के माध्यम से भारत में समानांतर अर्थव्यवस्था खडी की जा रही है । इस संकट को रोकने के लिए भारत को ‘हलालमुक्त’ बनाना आवश्यक है । इसे ध्यान में लेकर हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से उत्तर प्रदेश में ‘हलालमुक्त भारत अभियान’ चलाया गया ।

यदि श्रीलंका में हलाल प्रमाणपत्र पर प्रतिबंध लग सकता है, तो भारत में क्यों नहीं ? – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

वाराणसी व्यापारी संगठन, साथ ही भदोही, प्रतापगढ एवं लक्ष्मणपुरी के अनेक व्‍यापारी कार्यक्रम में उपस्थित थे । ‘हलाल प्रमाणपत्र कैसे भारत विरोधी है ?, इस विषय में एकमत से सुनिश्चित किया गया कि सभी हिन्दू व्यापारियों का उद्बोधन कर इस विषय को उन तक पहुंचाएंगे तथा इसके विरुद्ध संगठित होंगे ।

हलाल प्रमाणपत्र के विषय में छानबीन करने की मांग करूंगा !  

श्री. शुक्ला ने आश्वासन दिया कि वे भाजपा के नेतृत्व से इस विषय की पूरी जानकारी लेने की मांग करेंगे ।