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मुंबई, १५ फरवरी (संवाददाता) – युनेस्को द्वारा (संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संस्था की ओर से) वैश्विक धरोहर के रूप में मान्यताप्राप्त घारापुरी गुफाएं भगवान शिवजी का प्राचीन स्थान है । हिन्दुओं की सांस्कृतिक विरासत था धार्मिक स्थल घारापुरी गुफाओं में हिन्दुओं को पूजा का अधिकार मिले; इस मांग को लेकर हिन्दुओं ने १५ फरवरी को आंदोलन किया । सुदर्शन वाहिनी की प्रधानता से, वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक तथा हिन्दू जनजागृति समिति के नेतृत्व में हिन्दुओं ने घारापुरी गुफाओं में स्थित शिवलिंग की पूजा-अर्चना की । सुदर्शन वाहिनी के मुख्य संपादक श्री. सुरेश चव्हाणके, वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष श्री. रणजित सावरकर तथा हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया । इस पूजा-अर्चना में विभिन्न हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे । इस अवसर पर घारापुरी ग्रामपंचायत के उपसरपंच बळीराम ठाकूर भी उपस्थित थे ।
मुंबई के ‘गेट वे ऑफ इंडिया’ में सवेरे १०.३० बजे एकत्रित होकर सभी धर्मप्रेमी बोट से घारापुरी पहुंचे । हाथ में भगवा ध्वज लेकर ‘हर हर महादेव’, ‘जय श्रीराम’, ‘छत्रपति शिवाजी महाराज की जय’ के नारे लगाते हुए हिन्दुओं ने घारापुरी के शिवमंदिर में प्रवेश किया तथा यहां स्थित शिवलिंग का जलाभिषेक कर पुष्प अर्पण कर सामूहित आरती उतारी । इस स्थान पर शिवस्तोत्र का पाठ कर हिन्दुओं ने ‘हर हर महादेव’ का जयघोष किया । इस समय उपस्थित सभी हिन्दुओं में उत्साह का वातावरण था ।