शुद्ध प्रसाद पाने के लिए संपूर्ण देश के मंदिर परिसर के हिन्‍दू दुकानदार ‘ओम प्रमाणपत्र’ लें ! – टी. राजा सिंह, विधायक, तेलंगाना

‘वैश्‍विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव’ के छठे दिन संवाददाता सम्‍मेलन !

बाएं से श्री. रमेश शिंदे, अधिवक्‍ता विष्‍णु शंकर जैन, बोलते हुए हिन्दुत्‍वनिष्‍ठ विधायक श्री. टी. राजासिंह एवं श्री. जयेश थळी

पणजी – आज सर्वत्र ‘थूक जिहाद’, ‘गाय की चरबी से बनाए गए घी के पदार्थ, मावा, पेढा, इन्‍हें प्रसाद के रूप में खुलेआम वितरित किया जा रहा है । श्रद्धालु भक्‍तिभाव से भगवान को प्रसाद अर्पित करते हैं । इसलिए प्रसाद की यह अशुद्धता एक प्रकार से हिन्‍दुओं की धार्मिक श्रद्धा पर प्रहार है । आज अनेक तीर्थस्‍थलों पर अहिन्‍दू दुकानदारों की प्रसाद तथा पूजासामग्री की दुकानें होती हैं । उनके यहां मिलनेवाला प्रसाद तथा पूजासामग्री शुद्ध एवं पवित्र होगी, ऐसा कहा नहीं जा सकता । अन्‍य गांवों से आए श्रद्धालुओं को शुद्ध प्रसाद कहां मिलता है, इसकी जानकारी नहीं होती । इसलिए वर्तमान समय में केवल हिन्‍दू दुकानदारों को प्रसादशुद्धि हेतु ‘ओम प्रमाणपत्र’ का वितरण करने का उपक्रम आरंभ किया है । हिन्‍दू दुकानदारों को ‘ओम प्रमाणपत्र’ निःशुल्‍क दिया जानेवाला है । संपूर्ण देश में मंदिर परिसर के हिन्‍दू दुकानदार ‘ओम प्रमाणपत्र’ अवश्‍य लें, ऐसा आवाहन तेलंगाना के प्रखर हिन्‍दुत्‍वनिष्‍ठ विधायक श्री. टी. राजासिंह ने किया । वे गोवा में चल रहे ‘वैश्‍विक हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन’ के उपलक्ष्य में पणजी के ‘जेट स्‍क्‍वेयर बैक्‍वेट हॉल’ में आयोजित संवाददाता सम्‍मेलन में बोल रहे थे ।

इस समय ‘काशी के ज्ञानवापी, मथुरा के श्रीकृष्‍णभूमि’ आदि प्रमुख हिन्‍दू मंदिरों का अभियोग लडनेवाले सर्वोच्‍च न्‍यायालय के अधिवक्‍ता विष्‍णु शंकर जैन, ‘हिन्‍दू जनजागृति समिति’ के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता श्री. रमेश शिंदे तथा ‘गोमंतक मंदिर महासंघ’ के राज्‍य सचिव श्री. जयेश थळी उपस्‍थित थे ।

मंदिरों में हलाल प्रमाणित पदार्थों का विक्रय होना, हिन्दुओं के धार्मिक अधिकारों पर अतिक्रमण ! – रमेश शिंदे, राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता, हिन्दू जनजागृति समिति

श्री. रमेश शिंदे

इस समय श्री. रमेश शिंदे ने कहा कि मुसलमानों के आग्रह के कारण देश में सभी उत्‍पादों के लिए ‘हलाल’ सर्टिफिकेट अनिवार्य किया जा रहा है । हिन्‍दुओं को भी हलाल प्रमाणित उत्‍पाद लेने पड रहे हैं । तमिलनाडु के मंदिरों में हलाल प्रमाणित पदार्थ बेचे जा रहे थे । यह हिन्‍दुओं के धार्मिक अधिकारों पर अतिक्रमण है । भगवान को अर्पित किया जानेवाला प्रसाद शुद्ध तथा सात्त्विक होना चाहिए । धर्माचरण करनेवाले हिन्‍दुओं का यह अधिकार है । हिन्‍दुओं को शुद्ध तथा अच्‍छी गुणवत्तावाला प्रसाद मिलने हेतु ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्‍ट्रीय स्‍मारक’ के कार्याध्‍यक्ष श्री. रणजीत सावरकर के ‘ओम प्रतिष्‍ठान’ द्वारा हिन्‍दू दुकानदारों को ‘ओम प्रमाणपत्र (सर्टिफिकेट)’ देना आरंभ हुआ है । महाराष्‍ट्र के त्र्यंबकेश्‍वर मंदिर परिसर के 100 प्रसाद विक्रेता हिन्दुओं को ‘ओम प्रमाणपत्र’ दिया गया है । इसका वितरण संपूर्ण देश के मंदिर परिसर के दुकानदारों को करने हेतु प्रयास किया जाएगा ।

भारत सरकार की भूमि वक्‍फ को देना गैरकानूनी है, इसलिए वक्‍फ बोर्ड को बरखास्‍त करें ! –  अधिवक्‍ता विष्‍णु जैन, सर्वोच्‍च न्‍यायालय

अधिवक्‍ता विष्‍णु जैन

देश का विभाजन होने पर भारत के अनेक मुसलमान उनकी हजारों एकड भूमि तथा संपत्ति छोडकर पाकिस्‍तान चले गए । उनकी यह संपत्ति इवैक्‍यू प्रॉपर्टी ऐक्‍ट, 1950 के अनुसार केंद्र सरकार को अपने नियंत्रण में ले लेनी चाहिए थी; परंतु तत्‍कालीन कांग्रेस सरकार ने यह पूरी संपत्ति वक्‍फ को देकर उसका ‘वक्‍फ बोर्ड’ बनाया । इसलिए उनका यह कृत्‍य पूर्णतः गैरकानूनी है । वास्‍तव में यह भूमि पाकिस्‍तान से अपनी संपत्ति छोडकर आए हिन्‍दुओं को देनी चाहिए थी; परंतु अब ‘वक्‍फ बोर्ड’ यह भूमि सरकार और निजी लोगों को भाडे पर देकर करोडों रुपए कमा रही है, यह अनुचित है । सरकार की भूमि लेकर उसी भूमि के लिए सरकार से किराया लेना गैरकानूनी है । इसलिए यह वक्‍फ बोर्ड बरखास्‍त किया जाना चाहिए ।

गोवा के मंदिरों के परिसर के हिन्दू दुकानदारों को ‘ओम सर्टिफिकेट’ लेने के विषय में कहेंगे ! – श्री. जयेश थळी, राज्‍य सचिव, गोमंतक मंदिर महासंघ

श्री. जयेश थळी

हमने मंदिर महासंघ की ओर से गोवा के मंदिरों के मेलों में ‘फास्‍टफूड’ एवं प्‍लास्‍टिक की थैलियों के विरुद्ध अभियान चलाया था । उसे सकारात्‍मक प्रतिक्रिया मिली है । अब हम गोवा के सभी मंदिरों के परिसर में हिन्‍दू दुकानदारों को ‘ओम सर्टिफिकेट’ आरंभ करने के विषय में बताएंगे । जिससे आनेवाले श्रद्धालुओं को शुद्ध सात्त्विक प्रसाद मिलेगा ।