हिन्दुओं में शौर्य की वृद्धि हो और रामराज्य के कार्य के लिए बल प्राप्त हो, इसलिए पूरे देश में ७५७ स्थानों पर सामूहिक गदापूजन !

मुंबई (महाराष्ट्र) – श्री हनुमान जयंती के निमित्त से ‘गदापूजन’ के माध्यम से हिन्दुओं में शौर्य जागृत हो तथा रामराज्य के कार्य के लिए आध्यात्मिक बल प्राप्त हो, इस उद्देश्य से हिन्दू जनजागृति समिति एवं अन्य समविचारी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के सहयोग से पूरे देश में ७५७ स्थानों पर सामूहिक ‘गदापूजन’ किया गया ।

पुणे (महाराष्ट्र) में गदापूजन में उपस्थित सद्गुरु स्वाती खाडयेजी और पू. (श्रीमती) मनीषा पाठकजी

इन कार्यक्रमों का प्रारंभ शंखनाद से हुआ । तत्पश्चात सामूहिक प्रार्थना, ‘गदापूजन’ विधी, श्री हनुमानजी की आरती, मारुति स्तोत्रपठन होने के उपरांत ‘श्री हनुमते नम: ।’ यह सामूहिक नामजप किया गया । इस समय ‘धर्मसंस्थापना के लिए हनुमानजी के गुण हममें कैसे लाएं ?’ इस विषय पर मार्गदर्शन भी किया गया । कार्यक्रम के अंत में रामराज्य की स्थापना के लिए सामूहिक प्रतिज्ञा की गई ।

रामराज्य की स्थापना के लिए हिन्दुओं को हनुमानजी की भांति भक्ति एवं शौर्य बढाना आवश्यक ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

श्री. रमेश शिंदे

इस ‘गदापूजन’ का उद्देश्य स्पष्ट करते समय हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने कहा कि  युगोंयुगों से हनुमानजी के शौर्य के प्रतीक के रूप में पहचानी जाती है, वह है उनकी ‘गदा’ ! इसी दैवी गदा से हनुमानजी ने अनेक बलवान असुर और राक्षसों का संहार कर प्रभु श्री रामचंद्र के ‘रामराज्य’ के लिए बडा योगदान दिया । महाभारत के युद्ध में भी अर्जुन के रथ पर विराजित होकर पांडवों को धर्मयुद्ध जीतने में सहायता की । छत्रपति शिवाजी महाराज के हिन्दवी स्वराज्य की स्थापना के लिए भी समर्थ रामदासस्वामी ने हनुमानजी के ११ मंदिर निर्माण कर छत्रपति के योद्धाओं से बलोपासना करवा ली । अब फिर से एक बार अयोध्या में ५०० वर्षाें के उपरांत श्री रामलल्ला विराजित हुए हैं । ऐसी स्थिति में फिर से एक बार रामराज्य की स्थापना हेतु हिन्दुओं को हनुमानजी की भांति भक्ति एवं शौर्य की उपासना करना आवश्यक हो गया है । इसी उद्देश्य से हनुमान जयंती निमित्त सर्वत्र ‘गदापूजन’ का आयोजन किया है ।

महाराष्ट्र में ६४२ स्थानों पर गदापूजन

गदापूजन करते हुए हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुनील घनवट
यवतमाळ का गदा पूजन

गदापूजन के कार्यक्रम मुंबई, रायगड, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे, सातारा, कोल्हापुर, सोलापुर, छत्रपति संभाजीनगर, नासिक, जळगाव, अमरावती, यवतमाळ आदि स्थानोंसहित पूरे महाराष्ट्र में ६४२ स्थानों पर हुए । पुणे में गदापूजन के कार्यक्रम में सनातन संस्था की सद्गुरु स्वाती खाडयेजी और पू. (श्रीमती) मनीषा पाठकजी की वंदनीय उपस्थिति का लाभ हुआ, साथही विविध स्थानों पर हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के पदाधिकारी और युवावर्ग बडी संख्या में उपस्थित थे ।

गोवा राज्य में ३०, कर्नाटक में ४१, बंगाल में १०, मध्यप्रदेश और राजस्थान में कुल १४, नई देहली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कुल २० इस प्रकार पूरे देश में कुल ७५७ स्थानों पर सामूहिक गदापूजन हुआ ।