प्रयागराज, ३० जनवरी (न्यूज़) – हम देश, काल और परिस्थिति के अनुसार बोलते हैं । किसी से मांगते नहीं, बल्कि उद्घोष करते हैं । हमारी वाणी भगवान तक पहुंचती है । मैं पिछले सवा तीन वर्ष से कह रहा हूं कि भारत हिन्दू राष्ट्र बने । पुरी पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी ने कहा कि ‘‘मैं भगवान और ऋषि-मुनि से जो संदेश प्राप्त करता हूं, उसे प्रसारित कर रहा हूं ।’’ जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी की ओर से महाकुम्भ में ‘भारत भव्य बनाएंगे, हम हिन्दू राष्ट्र बनाएंगे’, ऐसे फलक लगाए गए हैं । दैनिक ‘सनातन प्रभात’ के प्रतिनिधियों द्वारा इस संबंध में पूछे जाने पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी ने उपरोक्त वक्तव्य दिया ।
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी ने आगे कहा, ‘‘जब तक भारतीय संविधान है, तब तक भारत हिन्दू राष्ट्र कैसे बनेगा ? यदि संविधान के अनुच्छेद २५ का सम्मान किया होता, तो जैन और सिख स्वयं को हिन्दू कहलवाते । आरक्षण पाने के लिए किसी ने स्वयं को अल्पसंख्यक घोषित नहीं किया होता ।’’
महाकुंभ में संतों ने धर्मसंसद में सनातन बोर्ड की मांग करते हुए अनुरोध किया है कि इसका संचालन चारों पीठों के शंकराचार्य करें । दैनिक सनातन प्रभात के एक प्रतिनिधि द्वारा इस बारे में पूछे जाने पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी ने कहा, ‘‘शंकराचार्याें को किसी भी राजनीतिक दल का समर्थक नहीं होना चाहिए । शंकराचार्य विश्व के ४ भागों के प्रभारी होते हैं । उनके नेतृत्व में मठ और मंदिर सुरक्षित रहते हैं । हम सनातन बोर्ड की मांग नहीं कर रहे हैं । शंकराचार्याें को ईमानदारी से काम करना चाहिए ।’’
सभा में हिन्दू राष्ट्र का उद्घोष !इस अवसर पर सभा में उपस्थित महानुभावों ने स्वप्रेरणा से ‘हम हिन्दू राष्ट्र बनाएंगे, भारत भव्य बनाएंगे’, धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो’ आदि नारे लगाए । |