Second Mandir Parishad KARNATAKA : अब संघर्ष मथुरा श्रीकृष्णजन्मभूमि मुक्ति का ! – प्रसिद्ध कथावाचक पू. देवकीनंदन ठाकुर
मंदिर संस्कृति की रक्षा हेतु कर्नाटक राज्य की दूसरी मंदिर परिषद बेंगलुरू में आरंभ
मंदिर संस्कृति की रक्षा हेतु कर्नाटक राज्य की दूसरी मंदिर परिषद बेंगलुरू में आरंभ
‘सिटीजन्स फॉर जस्टिस एंड पीस’ इस संगठन ने जानबूझकर केवल हिन्दुत्ववादी संगठनों और नेताओं के विरुद्ध शिकायतें करना तथा उनपर झूठे आरोप लगाए हैं ।
शिरडी में ‘महाराष्ट्र मंदिर न्यास परिषद’ के सैकड़ों मंदिर ट्रस्टियों ने हाल ही में मंदिरों पर और मंदिर के भूमी पर हुआ अतिक्रमण को तत्काल हटाने की मांग के लिए हर हफ्ते ‘मंदिर में सामूहिक आरती’ आयोजित करने का निर्णय किया है।
कुंभक्षेत्र में हमने जो फलक लगाए हैं, वह हिन्दुओं में जागृति लाने के लिए हैं तथा वो उचित ही हैं हिन्दुओं को यदि हम जागृत नहीं करेंगे, तो और कौन करेंगे ?, यह प्रश्न महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के नाणीजधाम के जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्यजी महाराज ने उठाये ।
बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिन्दुओं की रक्षा हेतु आंदोलन करनेवाले ‘इस्कॉन’ के चिन्मय कृष्णदास ब्रह्मचारी की मुक्ति तथा वहां के हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार हस्तक्षेप करे, यह मांग धनबाद के भाजपा विधायक राज सिन्हा ने किया ।
हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु हिन्दुओं को क्रियाशील बनानेवाली ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ के वृद्धिंगत दैवी कार्य का आलेख विशद करनेवाला यह लेख !
इस अधिवेशन में उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड एवं जम्मूसहित विभिन्न राज्यों के १२० से अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ, संत, अधिवक्ता, विचारक, मंदिरों के न्यासी, संपादक, उद्योगपति तथा सूचना अधिकारी कार्यकर्ताओं ने सहभाग लिया ।
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से उनसे सद्भावना भेंट की तथा कार्यकर्ताओं ने उनके शुभाशीर्वाद लिया । समिति द्वारा प्रकाशित ‘हिन्दू राष्ट्र’ विषय के ग्रंथों का एक सेट शास्त्रीजी को भेंट किया गया।
हाल ही में शिरडी में ‘महाराष्ट्र मंदिर न्यास परिषद’ में सैकड़ों मंदिर ट्रस्टियों द्वारा एक निर्णय लिया गया की जहां मंदिर है वहा सामूहिक आरती की जायेगी , जिसमें मांग की गई कि मंदिरों और मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण तुरंत हटाया जाए।
धार्मिक जन प्रतिनिधियों का यह सम्मान समारोह १९ दिसंबर को सीताबर्डी स्थित विदर्भ साहित्य संघ के सभागृह में आयोजित किया गया था। विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के व्यस्त कामकाज से समय निकालकर ३ मंत्री, १ राज्य मंत्री समेत ५ विधायक इस समारोह में सम्मिलित हुए।