नशीले पदार्थों की बिक्री रोकने के लिए पुलिस का ‘ऑपरेशन क्लीनअप ‘ !
नासिक – गंगापुर रोड पर नशे में धुत एक युवती और एक युवक द्वारा पुलिस से बहस करने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने उनके विरुद्ध कार्यवाही की और पुलिस निरीक्षक का स्थानंतरण भी कर दिया । इसके बाद १० युवक-युवतियों के विरुद्ध मामला प्रविष्ट किया गया । तत्पश्चात, छत पर स्थित होटलों, ऑर्केस्ट्रा (संगीत समूहों), हुक्का पार्लरों (ऐसे स्थान जहां समूह तरल सुगंधित तम्बाकू पीते हैं) और शहर में देर रात तक चलने वाले क्लबों के विरुद्ध कार्यवाही की गई । पुलिस ने इसे ‘ऑपरेशन क्लीनअप’ नाम दिया है। पहले दिन २५ से अधिक कैफे तथा होटल संचालकों को नोटिस जारी किए गए । अवैध रूप से बनाए गए रेस्तरां को नोटिस जारी किए गए हैं । “शहर में सभी बार, शराब की दुकानें आदि निर्धारित समय पर बंद कर दी जाएं ।” हुक्का पार्लरों पर तत्काल कार्यवाई करनी चाहिए । नासिक पुलिस आयुक्त संदीप किनी ने आदेश दिया, “बिना लाइसेंस वाले परमिट रूम, ऑर्केस्ट्रा आदि के विरुद्ध ध्वनि प्रदूषण के मामलों को प्रविष्ट करें ।” नासिक में एम.डी., मारिजुआना, अफीम और कोकीन जैसे नशीले पदार्थ खुलेआम बेचे तथा खाए जा रहे हैं और ये पदार्थ कई पब, क्लब, होटल और हुक्का पार्लरों में सहजता से उपलब्ध देखे जाते हैं ।
हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा दिया गया था ज्ञापननासिक में वीडियो प्रसारित होने के बाद, १२ फरवरी को हिन्दू जनजागृति समिति ने नासिक शहर में बढ़ती नशीली दवाओं की समस्या के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने के लिए मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, नासिक के जिला कलेक्टर और नासिक के पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर विरोध प्रदर्शन किया । बयान में अनुरोध किया गया कि नासिक के युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए नासिक शहर को नशापीडित पंजाब के शहरों जैसा बनने से बचाया जाए । |
महानगरपालिका के साथ मिलकर कार्यवाई !
पुलिस ने नगर निगम के साथ मिलकर उन क्लबों और होटलों के विरुद्ध कार्यवाई की जो देर तक खुले रहते थे और सार्वजनिक शांति भंग कर रहे थे । इस समय विभिन्न होटलों के अनधिकृत निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया । कॉलेज रोड और गंगापुर रोड क्षेत्र में कार्यवाई की गई । गंगापुर थाना पुलिस ने यह कार्यवाई की ।
संपादकीय भूमिका
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