भारतीय कुटुंबव्यवस्था विश्व में सर्वश्रेष्ठ ! – मेग जोन्स, प्रमुख, युनाईटेड नेशन्स वुमेन्स एम्पॉवरमेंट

जो विदेशी लोग समझते हैं, वह यहां के पुरो(अधो)गामी तथा आधुनिकतावादियों के समझ में आ जाए, तबतक समय बीत चुका होगा !

द्रमुक सरकार की ओर से एक मंदिर में धार्मिक परिषद के आयोजन पर प्रतिबंध !

तमिलनाडु की द्रमुक सरकार का हिन्दूद्वेष ! तमिलनाडु में द्रमुक सरकार के सत्ता में आने के दिन से हिन्दू विरोधी कार्यवाहियां बढी हैं । प्रभावी हिन्दू संगठन द्वारा ही इसे रोकना संभव है !

जन्मपत्रिका बनाने का महत्त्व समझें !

हिन्दू समाज में शिशु का जन्म होने पर ज्योतिष से शिशु की जन्मपत्रिका बनवाई जाती है । अनेक लोगों को उत्सुकता होगी कि इस पत्रिका में क्या जानकारी होती है । इस लेख द्वारा ‘जन्मपत्रिका क्या है तथा पत्रिका में कौन-सी जानकारी अंतर्भूत होती है’, इसकी जानकारी लेंगे ।

पति के जीवित रहते हुवे बिंदी न लगानेवाली महिला को कर्नाटक के बीजेपी सांसद एम. मुनीस्वामी ने लगाई फटकार !

हिन्दू धर्म के अनुसार, एक सुहागन(सौभाग्यवती) महिला से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने माथे पर बिंदी (कुमकुम) लगाए । इससे महिला को आध्यात्मिक स्तर पर लाभ होता है । हिन्दू महिलाएं इसका पालन नहीं करती क्योंकि उनके पास धार्मिक शिक्षा नहीं है !

सनातन संस्था के आश्रमों में मिलनेवाले साधनारूपी संस्कारों के बल पर आदर्श दृष्टि से विकसित हो रहे युवा साधक एवं साधिकाएं !

‘भारतीय संस्कृति संस्कारों पर आधारित है; परंतु आज के कलियुग में नैतिक मूल्यों का पतन होने से संस्कार-मूल्य भी समाप्त हो चुके हैं । इसका परिणाम युवा पीढी पर दिखाई देता है । उसके कारण ‘उनका भविष्य संकट में है’, ऐसा कहना अनुचित नहीं है ।

जन्मपत्रिका बनाने का महत्त्व समझ लें !

‘हिन्दू समाज में शिशु का जन्म होने पर ज्योतिष से शिशु की जन्मपत्रिका बनवा ली जाती है । अनेक लोगों को उत्सुकता होगी कि इस पत्रिका में क्या जानकारी होती है । इस लेख द्वारा ‘जन्मपत्रिका क्या है और पत्रिका में कौन-सी जानकारी अंतर्भूत होती है’,

#Exclusive : कुमकुम लगाने का मह‌त्त्व और वह क्यों लगाएं ?

‘कुमकुम लगाते समय भ्रूमध्य एवं आज्ञाचक्र पर दबाव दिया जाता है एवं वहां के बिंदु दबाए जाने से मुखमंडल के (चेहरे के) स्नायुओं को रक्त की आपूर्ति भली-भांति होने लगती है ।

आपातकाल में देवता की कृपा कैसे प्राप्त करनी चाहिए ?

हमें अपने रसोईघर को ‘अन्नपूर्णा कक्ष’ बना देना चाहिए । रसोईघर में अन्न का अभाव पड सकता है । अन्नपूर्णा कक्ष में संपूर्ण ब्रह्मांड का पोषण करनेवाली माता अन्नपूर्णा विराजमान होती है । उसके कारण वहां कभी भी किसी बात का अभाव नहीं होता ।

सोजत रोड (राजस्थान) में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा संपन्न !

हमने अपनी भाषा, वेशभूषा एवं भोजन छोड दिया है । इसलिए आज लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढती जा रही हैं । हमें अभिमान से अपनी संस्कृति का पालन कर धर्म बढाना चाहिए ।

भारतीय संस्कृति का महत्त्व विद्यार्थियों पर अंकित करने हेतु महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय द्वारा प्रयागराज में पाठ्यक्रम का आरंभ !

महान हिन्दू संस्कृति के विषय में तथा ‘नामजप करने से मन की एकाग्रता बढकर पढाई मैं कैसे लाभ होता है’, इसकी जानकारी दी गई । सभी शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने इसकी बहुत सराहना की तथा इस प्रकार के वर्ग प्रतिदिन लिए जाने की इच्छा भी व्यक्त की ।