Shri Ram Navami Celebrated : श्री रामनवमी पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई !

देशभर में ६अप्रैल को श्री राम नवमी हर्षोल्लास के साथ मनाई गई । देश के विभिन्न श्रीराम मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई। अयोध्या में श्री राम मंदिर में श्री राम लला के दर्शन के लिए लाखों भक्त कतार में खड़े हैं।

विभिन्न युगों के धर्मयुद्ध में अलिप्त रहकर धर्म की रक्षा करनेवाले हनुमानजी !

त्रेतायुग के राम-रावण के धर्मयुद्ध में वानरसेना की रक्षा करने वाले , द्वापरयुग के कौरव-पांडव के मध्य हुए महाभारत युद्ध में पांडवों की रक्षा करने वाले और कलियुग के संतों के इष्टदेवता श्री हनुमान

ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक आधारों से समृद्ध  हिन्दुओं का नववर्षारंभ !

इस वर्ष ३० मार्च २०२५ को नवसंवत्सर अर्थात गुडी पडवा है । इस मंगल दिवस के उपलक्ष्य में हम नववर्षारंभ के संबंध में अधिक जानकारी लेंगे । नवसंवत्सर के विषय में सामान्य प्रश्न तथा हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे द्वारा उनके दिए उत्तर –

नवसंवत्सर के दिन शुभ संकल्प लेंगे !

नवसंवत्सर के शुभ मुहूर्त पर स्वयं की प्रकृति के अनुसार लिए जानेवाले संकल्प दैवी ऊर्जा के कारण निश्चित ही फलिभूत होते हैं । इस उपलक्ष्य में हम कुछ संकल्प एवं निश्चय कर वर्षारंभ का लाभ उठा सकते हैं ।  

होली (१३.३.२०२५)

तिथि : ‘प्रदेशानुसार फाल्गुनी पूर्णिमा से पंचमी तक पांच-छः दिनों में, कहीं दो दिन, तो कहीं पांचों दिन यह त्योहार मनाया जाता है । उत्सव मनाने की पद्धति १. स्थान एवं समय : किसी देवालय के सामने अथवा सुविधाजनक स्थान पर सायंकाल में होली जलानी होती है । अधिकतर किसी गांव के ग्रामदेवता के सामने … Read more

धूलिवंदन

इस दिन होली की राख अथवा धुलि की पूजा का विधान है । पूजा हो जाने पर आगे दिए मंत्र से उसकी प्रार्थना करते हैं ।

शिवजी की तारक एवं मारक उपासना कैसे करें ? 

महाशिवरात्रि का उत्सव हर्षाेल्लास के साथ मनाएं । भगवान शिवजी की नियमित रूप से पूजा-अर्चना करें । शिवलिंग पर दूध चढाएं तथा गोशाला को दान दें । गायों का संवर्धन करें तथा इसपर आपत्ति जतानेवालों का समर्थता के साथ विरोध करें ।

दत्तात्रेय अवतार

विवाह, वैवाहिक संबंध, गर्भधारण, वंशवृद्धि आदि में बाधा होना, मंदबुद्धि या विकलांग संतान होना, शारीरिक रोग, व्यसनादि समस्याएं हो सकती हैं । इन समस्याओं के समाधान हेतु कष्ट की तीव्रता के अनुसार ‘श्री गुरुदेव दत्त’ (दत्तात्रेय देवता का) जप प्रतिदिन करें । 

त्याग और चैतन्य की प्रतीक हाथ में कमंडलु लिए दत्त की त्रिमुखी मूर्ति  !

‘भगवान की निर्गुण तरंगों को स्वयं में समा लेनेवाला तथा अनिष्ट शक्तियों को दूर करने के लिए एक ही पल में पूरे त्रिलोक को एक ही मंडल में खींचने की क्षमता से युक्त जल जिस कुंड में है, वह कुंड है भगवान दत्तात्रेय के हाथ में पकडा कमंडलु ।

छठ पूजा (७ नवंबर)

छठ पूजा कार्तिक शुक्ल षष्ठी को मनाई जाती है । यह चार दिवसीय त्योहार होता है, जो चतुर्थी से सप्तमी तक मनाया जाता है । इसे कार्तिक छठ पूजा कहा जाता है ।