कोटि-कोटि प्रणाम !
२५ मई : फरीदाबाद, हरियाणा के सनातन के ४६ वें संत पू. भगवंत कुमार मेनरायजी की पुण्यतिथि
२५ मई : फरीदाबाद, हरियाणा के सनातन के ४६ वें संत पू. भगवंत कुमार मेनरायजी की पुण्यतिथि
गोवा में आयोजित होनेवाले ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ के अवसर पर प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरिजी महाराज का शुभ संदेश !
यह पुरस्कार केरल स्थित ‘शिवोहम् टेम्पल ऑफ कॉन्शियसनेस ट्रस्ट’ की ओर से प्रदान किया गया ।
निर्दोष नागरिकों एवं पुलिसकर्मियों की हत्या करनेवाले नक्सलियों का पूर्ण रूप से नाश करना ही एकमात्र उपाय है !
पाकसमर्थित आतंकी संगठन धार्मिक आधार पर दहशत उत्पन्न करने का प्रयास करते हैं । अमरनाथ यात्रा की पृष्ठभूमि पर किए गए वर्तमान आक्रमण में अन्य धर्मी लोग जम्मू-कश्मीर न आएं, यह चेतावनी आतंकियों को देनी है ।
अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण हुआ । पूरे देश में उसका आनंदोत्सव मनाया गया; परंतु उसके लिए अनेक लोगों को संघर्ष करना पडा । उसमें श्रीराम मंदिर की न्यायालयीन लडाई में विजय प्राप्त कराने में प्रखर धर्माभिमानी पू. अधिवक्ता हरि शंकर जैनजी का बडा योगदान है ।
सनातन धर्म के सशक्तिकरण से ही रामराज्य के समान तेजस्वी राष्ट्र का निर्माण संभव है । उसके लिए ही गोवा में १७ से १९ मई की अवधि में ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद’ महोत्सव का आयोजन किया गया है ।
सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ८३वें जन्मोत्सव तथा सनातन संस्था के रजत जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में गोवा में १७ से १९ मई की अवधि में ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ का आयोजन किया गया है । पूरे देश के विभिन्न मान्यवरों को इस महोत्सव का निमंत्रण दिया गया है ।
सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के दैनिक, ग्रंथ, दृश्य-श्रव्य चक्रिकाएं (वीडियो सीडी) आदि विभिन्न माध्यमों से अब तक प्रकाशित न हुए मार्गदर्शक सूत्र संग्रहित हों, तो उन्हें समष्टि को उपलब्ध कराने हेतु आगे दिए पते पर लिखकर भेजें ।
अहंकार का युग कहे जानेवाले कलियुग में साधकों से स्वभावदोष एवं अहं का निर्मूलन कर लेनेवाले ‘धर्ममार्तंड सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी’ !