घोर आपातकाल का आरंभ होने से पूर्व सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के संकलित ग्रंथ शीघ्र ही प्रकाशित होने के लिए साधकों की आवश्यकता !

ग्रंथमालाएं अधिक वेग से होने के लिए अनेक लोगों की सहायता की आवश्यकता है । अपनी रुचि एवं क्षमता के अनुसार ग्रंथ-निर्मिति की सेवा में सहभागी होकर इस स्वर्णिम अवसर का अधिकाधिक लाभ लें !

वेतन देनेवाली नौकरी एवं आनंद देनेवाली सेवा !

सनातन संस्था में नौकरी समान वेतन नहीं मिलता, तब भी ये साधक प्रतिदिन स्वयं ही नौकरी की तुलना में अधिक घंटे सेवा करते हैं ।

साधना करने के लिए अध्यात्म की जानकारी होना आवश्यक !

‘अध्यात्म’ एवं ‘साधना’ एक सिक्के के दो पहलू समान हैं । अध्यात्म उचित ढंग से समझने पर, साधना अच्छी कर सकते हैं और साधना अच्छी समझ में आने पर आगे आध्यात्म समझ में आता है ।

सद्गुरु डॉ. वसंत बाळाजी आठवलेजी की पू. शिवाजी वटकर द्वारा ली भेंटवार्ता श्रीराम समान आदर्श एवं सर्वगुण संपन्न सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी !

सद्गुरु डॉ. वसंत बाळाजी आठवले (ती. अप्पाकाका, सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के बडे भाई) की पू. शिवाजी वटकर द्वारा ली भेंटवार्ता यहां प्रकाशित कर रहे हैं ।

हावडा में पुन: दूसरे दिन भी धर्मांध कट्टर मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं पर पथराव किया गया !

ममता बनर्जी ने दंगों के लिए हिन्दुओं को ठहराया उत्तरदायी ! क्या संविधान में लिखा है कि मुसलमान बहुल क्षेत्रों में हिन्दू अपनी धार्मिक शोभायात्राएं न निकालें ? यह भारत है या बांग्लादेश ?

अमेरिका के लोग तेजी से लौट रहे हैं संयुक्त परिवार पद्धति की ओर !

अमेरिका में संयुक्त परिवार पद्धति का तेजी से प्रसार होने का समाचार सामने आया है ।

अमेरिका के जॉर्जिया राज्य की विधानसभा में हिन्दूद्वेष की निंदा करने का प्रस्ताव पारित !

जॉर्जिया राज्य की विधानसभा का हिन्दुओं की ओर से आभार ! जहां हिन्दुओं का द्वेेष करने का प्रयास एक षड्यंत्र द्वारा किया जाता है, ऐसे स्थान पर ऐसा प्रयास सभी को करने की आवश्यकता है !

भविष्य में विश्व में पानी के भयंकर अभाव का भारत पर भी प्रभाव होगा !

संयुक्त राष्ट्र के ब्योरे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई | गंगा, ब्रह्मपुत्र तथा सिंधु नदियों का जलस्तर घटेगा !

कराची (पाकिस्तान) में सिंध विधान भवन के बाहर हिन्दुओं का सबसे बडा आंदोलन !

पाकिस्तान समान कट्टर इस्लामी देश में वहां के हिन्दुओं का इस प्रकार से संगठित होकर आंदोलन करना प्रशंसायोग्य है !