हावडा में पुन: दूसरे दिन भी धर्मांध कट्टर मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं पर पथराव किया गया !

हावडा (बंगाल) – यहां के शिवपुर क्षेत्र में रामनवमी की संध्या शोभायात्रा पर धर्मांध मुसलमानों द्वारा किए गए पथराव और बहुत बडे प्रमाण में आगजनी के उपरांत ३१ मार्च की प्रात: हिन्दुओं के घरों पर पथराव किया गया । दोनों ही घटनाऒ॑ के अवसर पर घटनास्थल परपुलिस और अर्धसैनिक बलों की उपस्थिति होते हुए, धर्मांध कट्टर मुसलमानों ने हिंसा करना जारी रखा । उन्होंने पुलिस के देखते, पुलिस की गाडियों को ही आग लगा दी । पुलिस धर्मांध कट्टर मुसलमानों को हिंसा करने से रोकने की जगह मूक दर्शक बनी रही । इस घटना के क्षणिक चलचित्र सामाजिक माध्यमों पर तीव्रगति से प्रसारित हो रहे हैं ।

रामनवमी के अवसर पर हिन्दुओं ने बंगाल में विभिन्न स्थानों पर शोभायात्राएं निकालीं , किन्तु हावडा में ही धर्मांध कट्टर मुसलमानों ने यात्रा पर आक्रमण किया । धर्मांध कट्टर मुसलमानों का कहना है कि शोभायात्रा के समय हिन्दुओं द्वारा आपत्तिजनक नारे लगाए जाने के कारण प्रकोप हुआ किन्तु, हिन्दुओं का कहना है कि आक्रमण पूर्व नियोजित था ।

संपादकीय भूमिका 

  • ‘रमजान के पवित्र महीने में भी ‘रोजा’ रखने वाले दंगे करने के लिए कैसे उद्यत होते हैं तथा हिन्दुओं के धार्मिक शोभायात्रा पर पत्थरबाजी करने के लिए कैसे तैयार रहते हैं, यह प्रश्न सर्वधर्म समभाव की डींगे हांकने वाले कभी नहीं पूछते ?’ इस वातस्व ध्यान में रखें !
  • बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, वहां हिन्दुओं की रक्षा के हेतु राष्ट्रपति शासन लगाने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है !
  • ममता बनर्जी ने दंगों के लिए हिन्दुओं को ठहराया उत्तरदायी !

  • (और इनकी सुनिए…) ‘मैंने पहले ही आगाह किया था कि मुसलमान बहुल क्षेत्र में शोभायात्रा मत निकालिए !’-मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (बाएं)

रामनवमी की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राम भक्तों को चेतावनी देते हुए कहा था, ‘यदि रामनवमी के समय मुसलमान बहुल क्षेत्रों में शस्त्र लेकर आक्रमण किया तो कडी कार्रवाई की जाएगी । मुसलमान रमजान के समय कुछ भी त्रुटिपूर्ण नहीं करते । इस पृष्ठभूमि में, ममता बनर्जी ने रामनवमी के समय हुए दंगों पर प्रतिक्रिया दी और कहा, “मेरी आंखें और कान खुले हैं ।” मुझे सब दिखाई दे रहा है । जैसा कि मैंने पहले ही कहा था, ऐसा होगा । मैंने पहले ही आगाह कर दिया था कि शोभायात्राएं मुसलमान बहुल क्षेत्रों से नहीं निकाली जानी चाहिएं । शोभायात्रा हिंसा का कारण बन सकती है । रमजान का मास है, इसलिए मुसलमान कुछ भी त्रुटिपूर्ण नहीं कर सकते । हिंसा में सम्मिलित किसी की भी बात नहीं सुनी जाएगी । मैं पुलिस को हिंसा के अपराधियों के विरुद्ध कडी कार्रवाई करने का आदेश दे रही हूं ।” दंगाई मुसलमानों का समर्थन करते हुए निर्दोष राम भक्तों को दंगों के लिए उत्तरदायी ठहराए जाने पर हिन्दू अपना क्रोध उजागर कर रहे  हैं । वर्तमान में परिसर में तनावपूर्ण सन्नाटा छाया हुआ है ।

संपादकीय भूमिका 

  • राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखना सरकार का उत्तरदायित्व है, तथापि जब ममता बनर्जी को ज्ञात था कि मुसलमान बहुल क्षेत्रों में हिन्दुओं पर आक्रमण किया जा सकता है, तब उन्होंने धर्मांध कट्टरपंथियों का बंदोबस्त पहले से क्यों नहीं किया ?
  • क्या संविधान में लिखा है कि मुसलमान बहुल क्षेत्रों में हिन्दू अपनी धार्मिक शोभायात्राएं न निकालें ? यह भारत है या बांग्लादेश ?
  • हिन्दुओं, यदि गांव, जिला, शहर, राज्य, और भविष्य में मुसलमानों की बहुलता वाला देश बना दिया गया तो आपका अस्तित्व ही नष्ट हो जाएगा, क्योंकि ऐसे अधर्मी शासक आपकी रक्षा कभी नहीं करेंगे, यह ध्यान में रखकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करें !

ममता बनर्जी को सुरक्षा की योजना बनानी चाहिए थी ! – बी जे पी

इस हिंसा के प्रकरण में बीजेपी ने कहा कि राज्य में रामनवमी के दिन १०,००० शोभायात्राएं निकाली जानीं थीं । अत: ममता बनर्जी, जो मुख्यमंत्री और गृह मंत्री भी हैं , को इसकी सुरक्षा की योजना बनानी थी, किन्तु वह धरना देने में लगी रहीं ।

अंतर देखें – बांग्लादेश में रामनवमी और ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में रामनवमी

https://twitter.com/VoiceOfHindu71/status/1641736662668685312