अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वक्तव्य !

अयोध्या (उत्तर प्रदेश) – मेरी तीन पीढियां श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए समर्पित रहीं। हम सत्ता का उपभोग करने के लिए नहीं आये हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां वक्तव्य दिया कि, श्री राम मंदिर के लिए यदि हमें सत्ता भी गंवानी पडे तो कोई कष्ट नहीं है। वह अयोध्या में विकास कार्यों हेतु वहां पहुंचे थे। उन्होंने उक्त वक्तव्य उस समय एक कार्यक्रम में दिया ।
श्री अयोध्या धाम में आयोजित Timeless Ayodhya: Literature and Arts Festival में… https://t.co/xYNyizC209
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 21, 2025
योगी आदित्यनाथ ने कहा,
१. एक समूह ऐसा भी था जिसका कहना था कि, ‘मुख्यमंत्री रहते हुए अयोध्या जाने से विवाद उत्पन्न होगा। ‘ हमने कहा, ‘यदि कोई विवाद है, तो रहने दो; किन्तु अयोध्या के संबंध में विचार करने की नितांत आवश्यकता है।’ एक समूह ऐसा भी था जो कहता था, ‘आप जाएंगे और पुन: राम मंदिर के संबंध में चर्चा होगी।’ मैंने कहा कि यदि कोई कहता है, ‘हम सत्ता के लिए आए हैं’, तो श्री राम मंदिर के लिए हमें सत्ता भी खोनी पडे तो कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
२. वर्ष २०१७ में जब हमने अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन किया था, तो हमारे मन में एक ही बात थी कि, चाहे कुछ भी हो जाए, अयोध्या को उसकी पहचान मिलनी चाहिए, अयोध्या को उसका उचित सम्मान मिलना चाहिए। दिवाली से एक दिन पहले अयोध्या में दीपोत्सव एक उत्सव बन गया है, समाज का उत्सव बन गया है, ये आप देख रहे होंगे।
३. श्री अयोध्या धाम भारत में सनातन धर्म की आधार भूमि है और सात पूण्य नगरों में से प्रथम है। रामायण विश्व का प्रथम महाकाव्य बनकर जन सामान्य में इतना लोकप्रिय हुआ कि आज भी भारत सहित विश्व भर में विभिन्न भाषाओं में लोगों के हृदय को स्पर्श करता है।
संपादकीय भूमिकाऐसा तो कोई संत या शासक ही कह सकता है जो सन्यासी हो, किसी अन्य में ऐसी धमक कहां ! यदि ऐसे संत-राजा सर्वत्र सिंहासनारूढ हो जाएं तो इस देश में रामराज्य निश्चित आ जाएगा ! |