छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर के लिए प्रतिमाह ५० सहस्र रुपए देने का उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का आदेश !

मंदिर के साथ सिंधुदुर्ग गढ तथा परिसर का विकास करने की मांग !

समिति की ओर से निवेदन देते हुए श्री. सतीश सोनार, श्री. रवि नलावडे तथा नांदेड शिवसेना के विधायक श्री. आनंद बोंडारकर

मुंबई, २८ मार्च (वार्ता.) – क्रूरकर्मा औरंगजेब की कब्र के लिए लाखों रुपए व्यय होते समय छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर के लिए अपर्याप्त अर्थसहायता करना अन्याय है, हिन्दू जनजागृति समिति के प्रतिनिधिमंडल ने उपमुख्यमंत्री श्री. एकनाथ शिंदे के सामने ऐसी भूमिका प्रस्तुत की । इस मांग पर उपमुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने राजस्व विभाग के सचिव को (श्री शिवराजेश्वर मंदिर के लिए) प्रतिमाह ५० सहस्र रुपए निधि बढा कर देने हेतु तत्काल प्रस्ताव प्रस्तुत करने का लिखित आदेश दिया तथा उन्हें दूरभाष कर मंदिर के लिए प्रतिमाह २५० रुपयों की अपेक्षा ५० सहस्र रुपए देने का भी स्पष्ट आदेश दिया । इस समय शासन की सहायता मिलने से पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने तत्परता से व्यक्तिगत रूप से महाराज के मंदिर के लिए ५० सहस्र रुपयों की सहायता कर एक अच्छी प्रथा आरंभ की तथा उन्होंने नियमित रूप से मंदिर के लिए निधि लेकर जाने के लिए कहा । हिन्दू जनजागृति समिति ने उपमुख्यमंत्री द्वारा दिए गए सकारात्मक प्रतिसाद के लिए उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की ।

इस अवसर पर समिति की ओर से श्री. सतीश सोनार, श्री. रवि नलावडे तथा नांदेड शिवसेना के विधायक श्री. आनंद बोंडारकर उपस्थित थे । केंद्र में कांग्रेस सरकार की कालावधि में वर्ष २०१२ से क्रूरकर्मा औरंगजेब की कब्र के लिए निधि देना आरंभ किया गया था । नवंबर २०२३ तक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने  औरंगजेब की कब्र की देखभाल के लिए ६ लाख ५० सहस्र रुपयों से अधिक निधि व्यय किया है । यदि महाराष्ट्र की अस्मिता का विचार किया जाए, तो औरंगजेब क्रूर तथा आक्रामक था, जिसने छत्रपति संभाजी महाराज पर अमानवीय अत्याचार कर उनकी नृशंस हत्या की । ऐसे आक्रामक शासक का सम्मान करना उचित नहीं तथा उसके कब्र की देखभाल के लिए निधि व्यय करने से महाराष्ट्र के स्वाभिमान को ठेस पहुचेंगी । इसलिए यह निधि बंद कर सरकार को छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर के लिए भरपूर निधि दिए जाने की मांग समिति द्वारा की गई है ।

शिवप्रेमियों के लिए सिंधुदुर्ग गढ का विकास करें !

छत्रपति राजाराम महाराज द्वारा स्वयं मालवण के सिंधुदुर्ग गढ पर बांधा गया छत्रपति शिवाजी महाराज का एकमात्र एवं प्राचीन मंदिर है । इसलिए यहां लाखों शिवप्रेमी तथा पर्यटक आते हैं । गढ पर जहाज से आना पडता है । इसलिए आनेवाले पर्यटकों की सुविधा करना आवश्यक है । गढ बडा होने से झाड-झंखाड भारी मात्रा में बढ गए हैं । उन्हें हटा कर गढ का सौंदर्यीकरण करना, परिसर में सुंदर बाग सिद्ध करना, पर्यटकों के लिए पीने के पानी की सुविधा, प्रसाधनगृह तथा मीठे पानी के कुएं का सुशोभीकरण करने समान अनेक विकासकाम तत्काल होने चाहिए आदि मांगें उपमुख्यमंत्री श्री. एकनाथ शिंदे को निवेदन द्वारा की गईं ।