वैज्ञानिकता के कारण विश्व का आकर्षण बन रही है भारतीय संस्कृति ! – आनंद जाखोटिया, हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक

विदेशी संस्कृति आधुनिक है और हमारी संस्कृति पिछडी है, यह न्यूनता का भाव अब छोड दे; क्योंकि आज पश्चिमी देश हमारे संस्कृति की वैज्ञानिकता के कारण हमारी और आकर्षित हो रहे हैं’’, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने किया ।

ब्राह्मतेज एवं क्षात्रतेज की उपासना से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना संभव ! – सद्गुरु नंदकुमार जाधवजी, धर्मप्रचारक संत, हिन्दू जनजागृति समिति

आध्यात्मिक साधना करने से आत्मविश्वास जागृत होता है तथा व्यक्ति तनावमुक्त जीवन जी सकता है । वह साधना कर अपने कृत्य के फल के कार्य की अपेक्षा किए बिना कार्य कर सकता है तथा प्रत्येक कृत्य से आनंद प्राप्त करता है ।

…तो हिन्दू युवतियां गाय को काटनेवालों के साथ भाग नहीं जातीं ! – श्रीमती मीनाक्षी शरण, संस्थापक, अयोध्या फाऊंडेशन, मुंबई

हमारे अभिभावकों ने अपने बच्चों को गाय को चारा देना सिखाया होता, तो हिन्दू युवतियां गाय को काटनेवालों के साथ भाग नहीं जातीं । हिन्दुओं ने अपने बच्चों को अपनी संस्कृति सिखाई होती, तो लव जिहाद की घटनाएं नहीं होतीं । ऐसा प्रतिपादन उन्होने किया

भारत की शिक्षा का स्तर बढाना आवश्यक ! – अनिल धीर, संयोजक, इंडियन नैशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज, भुवनेश्वर, ओडिशा

हमने वनवासियों से ३० सहस्र पोथियां एकत्र कीं और उन सभी को ओडिशा राज्य के संग्रहालय में भिजवा दिया । इन पोथियों में श्लोक इत्यादि नहीं थे, अपितु विमानों की निर्मिति कैसे करें ?, मंदिरों के निर्माण कार्य कैसे करें ? आदि प्रत्येक विषय पर विवरण दिया गया था ।

तीर्थस्थलों को मदिरा-मांसमुक्त करने हेतु विधानसभा का अधिवेशन समाप्त होने के उपरांत बैठक बुलाएंगे ! – मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

श्री. सुनील घनवट ने मुख्यमंत्री को पंढरपुर (जिला सोलापुर) में संपन्न वारकरी महाअधिवेशन का संदर्भ देकर राज्य के सभी तीर्थस्थलों को मदिरा-मांसमुक्त करने के साथ ही मंदिर न्यासियों तथा गढ-किलों के संदर्भ में  किलाप्रेमी संगठनों की बैठक का आयोजन करने हेतु मांग की ।

सहमति से शारीरिक संबंध बनाने की आयु १६ वर्ष होनी चाहिए !

यदि लडके-लडकियों को बचपन से ही साधना सिखाई जाए तो उनकी बुद्धि सात्विक हो जाएगी और वे अनुचित कार्य नहीं करेंगे ! शासन को इसके लिए प्रयास करना चाहिए !

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ का अर्थ क्या है ?

भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के पश्चात, उसके द्वारा विश्वकल्याण का कार्य होगा, यह आज तक का इतिहास है । इसलिए ‘सनातन भारत’ कहें, अथवा ‘हिन्दू राष्ट्र’ कहें अथवा ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र’ कहें, इन सभी का अर्थ एक ही है ।

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदेजी को ‘सांस्कृतिक योद्धा’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया !

राष्ट्र और भारतीय संस्कृति को कुटिल दृष्टि से देखने वालों के विरुद्ध संवैधानिक रूप से सतत संघर्षरत हिन्दू-द्वेषी चित्रकार एम.पी. हुसैन और डॉ. जाकिर नाइक के राष्ट्र विरोधी और असामाजिक स्वरूप को जनसामान्य के समक्ष उजागर करने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए पुस्तकें लिखने के लिए श्री. रमेश शिंदे को यह पुरस्कार दिया गया।

हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए युवकों को प्रेरित करें ! – प्रकाश सिरवानी, पश्चिम विदर्भ संपर्कप्रमुख, भारतीय सिंधु सभा

हिन्दुओं को अपने धर्मग्रंथों का अध्ययन करना चाहिए । धर्मग्रंथों का अध्ययन करने से हिन्दुओं का धर्मांतरण नहीं होगा

नासिक के श्री विघ्नेश्वर मंदिर के न्यासी रवींद्र पाटिल ने हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं के प्रति व्यक्त किए गौरवोद्गार !

श्री. रवींद्र पाटील ने कहा, ‘‘यहां हिन्दुत्व के अधिवेशन में होने के स्थान पर मैं संतों एवं महापुरुषों के मध्य हूं’, ऐसा मुझे लग रहा है । यहां सेवा कर रहे सभी के मुख पर कितना तेज है ! सभी के आचरण में कितनी विनम्रता है ।