सर्वस्व का त्याग ही हिन्दू राष्ट्र स्थापना की नींव है !
इस वर्ष हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन की तपपूर्ति (१२ वर्ष) हो रही है।रामराज्यरूपी धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र प्रत्यक्ष साकार होने के लिए स्वक्षमता के अनुसार तन-मन-धन एवं समय आने पर सर्वस्व का त्याग करने अर्थात सर्वोच्च योगदान देने की आवश्यकता है। यह ध्यान में रखकर धर्मसंस्थापना का महान कार्य कीजिए !