वैश्विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का चौथा दिन (२७ जून) : उद़्बोधन सत्र – ओटीटी और हिन्दी चलचित्र जगत
विद्याधिराज सभागार – आज समूचा विश्व हिन्दू धर्म और संस्कृति को नष्ट करने का प्रयत्न कर रहा है । इसलिए, हमें संगठित होकर इसका सामना करना पडेगा । हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए धार्मिकता और आध्यात्मिकता से युक्त एक बडा जनांदोलन खडा करना आवश्यक है । यही कार्य हिन्दू जन जागृति समिति इस ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के माध्यम से कर रही है, यह विचार प्रतिपादन ‘प्राच्यम्’ के संस्थापक तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री प्रवीण चतुर्वेदी ने ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के चौथे दिन किया । ‘हिन्दू ओटीटी मंच (प्लेटफॉर्म) ‘प्राच्यम्’ के माध्यम से वैचारिक आतंकवाद रोकने के लिए किए गए कार्य’ इस विषय पर वे बोल रहे थे ।
The future war will be that of narratives and unless we counter it effectively not only we will fail, Hindu Dharma and culture will be wiped out. – @captain_praveen Founder & CEO, @prachyam7 on #Intellectual_Terrorism at Vaishvik Hindu Rashtra Mahotsav
🛑 The I$l@mist-Communist… pic.twitter.com/3jLtsEwiFv
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 27, 2024
‘प्राच्यम्’ की स्थापना का उद्देश्य !उन्होंने कहा, ‘‘हिन्दू अपने धर्म और संस्कृति से दूर चला जाए, इसके लिए हिन्दू विरोधी शक्तियां चलचित्र, समाचार चैनल, यू ट्यूब जैसे सामाजिक माध्यमों का बड़ी चतुराई से उपयोग कर झूठी और मनगढ़ंत बातों का प्रचार कर रही हैं । यह पूर्व नियोजित षडयंत्र स्वदेश और विदेशों से चलाया जा रहा है । ‘भारत की नई पीढ़ी को अपनी हिन्दू संस्कृति के लिए आत्मगौरव न लगे’, यह इस षड्यंत्र का उद्देश है । इनकी झूठी पट कथाओं का प्रतिवाद कर भारत का खरा इतिहास, हिन्दू धर्म और महान संस्कृति के खरे कथानक लोगों के सामने लाने पड़ेंगे । इस विचार को लेकर ‘प्राच्यम्’ ने यू ट्यूब चैनल प्रारंभ किया है ।’’ |
ओटीटी मंच पर ‘प्राच्यम्’ का उदय !उन्होंने आगे कहा, ‘‘श्रीराममंदिर की प्रतिष्ठापना होनेवाली थी । इसलिए, श्री रामजन्मभूमि मुक्ति के लिए जिन रामभक्तों को संघर्ष करना पड़ा था, उनपर एक ‘विडियो’ बनाया था । वह ‘यू ट्यूब’ चैनल पर प्रसारित किया, तो १ घंटे के भीतर ही चैनल ने उसे हटा दिया और मुझे मेरा यू ट्यूब चैनल बंद करने की धमकी दी । उसके बाद यह विडियो दूसरे सामाजिक माध्यम से प्रसारित किया गया । उस विडियो को करोड़ों दर्शकों का स्वयंस्फूर्त समर्थन मिला । उसके पश्चात ‘यू ट्यूब’ ने यह वीडियो पुनः प्रसारित किया । इस बंद की घटना के पश्चात हिन्दुओं के ‘ओटीटी प्लेटफॉर्म’ ‘प्राच्यम्’ का आरंभ हुआ ।’ इसमें महान भारतीय संस्कृति से संबंधित वीडियो बनाए जाते हैं । इससे भारतीय युवकों को अच्छा संदेश मिलता है ।’’ |
क्षणिकाएं : ‘प्राच्यम’ रचित विडियो, ‘हम क्या थे और क्या बन गए !, देश स्वतंत्र होने से पहले और बाद की सच्चाई दर्शानेवाला ‘साहेब’, तथा ‘श्रीरामजन्मभूमि मुक्ति का संघर्ष’ यहां दिखाया गया ।