प्राचीन भारतीय मंदिरों की अलौकिक धरोहर !

सौर किरणें मूर्ति पर पडें; इसके लिए मंदिर सदैव पूर्व-पश्चिम दिशा में होते हैं; क्योंकि सूर्यप्रकाश में अधिक मात्रा में पवित्रक होते हैं ।

दक्षिण ध्रुव तक बिना किसी बाधा के मार्ग दिखानेवाला सोमनाथ मंदिर !

चुंबकीय प्रभाव के कारण यहां का शिवलिंग हवा में डोलता था । वास्तुकला का यह एक अद्भुत उदाहरण तथा वहां सोना-चांदी का प्रचुर भंडार था ।

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने की कुलगुरु डॉ. प्रकाश महानवर से सद्भावना भेंट !

सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने उन्हे ‘तनावमुक्ति हेतु उपाय’, ‘ग्रह-तारों का सकारात्मक तथा नकारात्मक परिणाम कैसे होता है ?, इस संबंध में शोधकार्य, साथ ही ‘मंदिर में बैठने से होनेवाले सकारात्मक परिणाम’, इन विषयों की जानकारी दी ।

Kumbh In Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के कुंभपर्व हेतु ४ सहस्र हेक्टेयर भूमि उपयोग में लाई जाएगी !

महाकुंभपर्व हेतु २ सहस्र ५०० करोड रुपए का प्रावधान

श्री विठ्ठल मंदिर में हनुमान द्वार के पास मिला तलघर !

यह तलघर ६ फुट लंबा और ६ फुट चौड़ा है तथा उसमें मूर्ति समान वस्तु होने की बात कही जा रही है ।

US Students And Hindu Curriculum : अमेरिका में हिन्दू धर्मसंबंधी पाठ्यक्रम के छात्रों की संख्या में ४ गुना वृद्धि !

अमेरिका तथा अन्य विदेशी विश्वविद्यालयोेंं में हिन्दू धर्मसंबंधी पाठ्यक्रम सीखाना आरंभ होने और उसे प्रचंड प्रतिसाद मिलने के पश्चात ही भारत के विश्वविद्यालय जग जाएंगे एवं वैसा पाठ्यक्रम सीखाना आरंभ करेंगे !

आदर्श युवा पीढी के अपेक्षित कर्तव्य !

भारत में तथाकथित आधुनिकतावादी एवं बुद्धिवादी साम्यवाद को पकडकर हिन्दुओं का धर्मशास्त्र, प्रथा परंपरा आदि का विरोध कर रहे हैं एवं समाज का बुद्धिभेद कर रहे हैं । इसलिए सुखी एवं समृद्ध जीवन देनेवाला हिन्दू धर्म एवं धर्माचरण का महत्त्व युवाओं में विविध माध्यमों से कैसे पहुंचेगा ? यह देखना आज के युवाओं का प्रथम राष्ट्र एवं धर्म कर्तव्य सिद्ध होगा !

Modi Deity Election : प्रधानमंत्री मोदी ने देवताओं के नाम पर मत मांगे इसलिए, उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगे !

अधिवक्ता आनंद एस. जोंधळे ने यह आरोप करते हुए इस विषय में याचिका प्रविष्ट (दाखिल) कर प्रधानमंत्री मोदी को ६ वर्ष तक चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग की है ।

भारतीय कालगणना एवं वैदिक घडी !

भारत में विगत २ सहस्र ५०० वर्षाें में अनेक कालगणनाएं उत्पन्न हुईं अथवा प्रचलित की गईं । इनमें से कुछ शुद्ध भारतीय, कुछ विदेशी, जबकि कुछ मिश्र स्वरूप की हैं ।

पंढरपुर स्थित श्री विट्ठल मंदिर के संवर्धन का काम प्रारंभ !

राज्य के लाखों भक्तों का आस्था स्थान श्री विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर के लिए राज्य सरकार ने ७३ करोड रुपए का प्रावधान किया है ।