MLA Waheed Para : (और इनकी सुनिए…) ‘अमरनाथ यात्रा के लिए निर्माणकार्य किए जानेवाले मार्गोंं के कारण पर्यावरण की क्षति होने की संभावना है !’ – विधायक वाहिद पारा

पर्यावरण की क्षति सदैव केवल हिन्दुओं के त्योहार अथवा यात्रा के संदर्भ में ही होने का शोर कैसे होता है ? अन्य धर्मियों के त्योहार के समय कोई भी पर्यावरण की क्षति का प्रश्न उपस्थित नहीं करता?

Amarnath Yatra 2025 : ३ जुलाई से ९ अगस्त तक होगी अमरनाथ यात्रा

यह अवधि ३८ दिन की होगी । श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की बैठक में यात्रा की तारीख की आधिकारिक घोषणा की गई।

अमरनाथ यात्रा छडी मुबारक समारोह के साथ समाप्त होती है

चांदी की पवित्र छडी जिसे ‘छडी मुबारक’ कहा जाता है। इन्हें भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है। यह एक धार्मिक परंपरा है । यह चांदी की छडी बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। माना जाता है कि इस छडी में भगवान शिव की अलौकिक शक्ति है।

Rain Halts Chardham Yatra : अत्यधिक वर्षा के कारण चारधाम एवं अमरनाथ यात्रा रुकी!

अत्यधिक वर्षा के कारण चारधाम यात्रा रोक दी गई है। बद्रीनाथ-विष्णु प्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग के पास भूस्खलन के कारण सड़क ठप हो गई है। उधर, जम्मू-कश्मीर में अत्यधिक वर्षा के कारण अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है।

Amarnath Pilgrims : अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था कल कश्मीर पहुंचेगा।

अमरनाथ यात्रा २९ जून से आरंभ हो रही है। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था कल २८ जून को कश्मीर पहुंचेगा। यहां से तीर्थयात्री बालटाल तथा अनंतनाग पर पहुंचने के लिए प्रस्थान करेंगे। वहां से सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षा समूह द्वारा ले जाया जाएगा।

अमरनाथ गुफा के पास आई बाढ में १६ लोगों की मृत्यु, तो ४० लोग लापता

अमरनाथ गुफा की तलहटी में यात्री निवास के पास  ८ जुलाई को भारी वर्षा हुई । इससे आई बाढ में अब तक १६ लोगों की मृत्यु और ४० लोग लापता हैं ।

सेना द्वारा एक रात में निर्माण किए २ पुलों के कारण अमरनाथ यात्रा का मार्ग खुला !

जनहित के काम पूर्ण करने के लिए अनेक वर्ष लगाने वाला प्रशासन इससे कुछ बोध लेगा क्या ?

‘तीर्थयात्री कश्मीर मुद्दे में भाग नहीं लेते, तब तक तीर्थयात्रा सुरक्षित है !’

कश्मीर के सन्दर्भ में तीर्थयात्रियों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं यह निश्चित करनेवाले आतंकवादी कौन होते हैं ? कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और प्रत्येक हिन्दू को इस पर बोलने का अधिकार है !