उन्नाव (उत्तर प्रदेश) में जावेद ने ‘बाबा बोधेश्‍वर महादेव मंदिर’ में घुसकर ३ श्रद्धालुओं पर डंडे से किया आक्रमण !

यह घटना दर्शाती है कि अब हिन्दू सडक पर ही नहीं, अपितु मंदिरों में भी असुरक्षित हैं ! कट्टरपंथी मुस्लिमों के व्यर्थ (फिजूल) प्यार-दुलार की आपूर्ति करने से ही वे कानून-सुव्यवस्था को स्वीकार नहीं करते हैं ।

ओंकारेश्वर (मध्य प्रदेश) में संतों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया आदि शंकराचार्यजी की प्रतिमा का अनावरण !

मांधाता पर्वत पर संतों की वंदनीय उपस्थिति में आदिगुरु शंकराचार्यजी की अष्टधातु से बनी १०८ फुट ऊंची एकात्मता की मूर्ति का अनावरण मुख्यमंत्री श्री. शिवराज सिंह चौहान ने १९ सितंबर, गुरुवार को किया ।

अमेरिका की संसद में श्री श्री रविशंकर तथा आचार्य लोकेश मुनि की शांति के क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रशंसा की गई !

अमेरिका के सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि श्री श्री रविशंकर पिछले ४० वर्षाें से ध्यान तथा योग के बलपर विश्व के लोगों को आंतरिक शांति हेतु मार्गदर्शन कर रहे हैं । जिससे विश्व में हिंसा की घटनाओं में कमी आ सकती है । विश्व में एक भी मुस्लिम धर्मगुरु एसा कार्य करता है क्या ?

पाकिस्तान क्रिकेट मंडल के अध्यक्ष ने भारत का उल्लेख ‘शत्रु देश’ के रूप में किया !

इससे विदित होता है कि भारत को पाकिस्तानी क्रिकेट संघ को देश में प्रवेश की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी ! भारत को ऐसे देश का बहिष्कार करना चाहिए, जो खेल में भी शत्रुता दिखाता है ! भारतीय नागरिकों को इसके लिए सरकार पर दबाव डालना चाहिए !

‘वेद एजुकेशन’ संस्था द्वारा सनातन शास्त्रों पर आधारित ऑनलाईन पुस्तकालय निर्माण करने का प्रयास !

गुजरात की ‘वेद एजुकेशन’ नाम की संस्था ‘सनातन शास्त्रों’ का विश्व में सबसे बडा ऑनलाईन पुस्तकालय निर्माण करने का प्रयास कर रही है ।

भारतीय दंड संहिता तथा ‘श्री ४२०’ !

राष्ट्रीयता को आधारभूत मानकर कानून एवं न्यायव्यवस्था में परिवर्तन लाना तो आवश्यक है ही; परंतु उसके साथ ही ‘जूता जापानी, पतलून इंग्लिस्तानी’ गीत में तो ठीक हैं; तथापि न्यायव्यवस्था में वेशभूषा एवं हृदय, दोनों भारतीय संस्कृति के अनुसार हों, तो न्यायव्यवस्था की स्थिति में सुधार आएगा !

स्वबोध, मित्रबोध एवं शत्रुबोध

आज भी एक ओर विश्व को ईसामय बनाने का षड्यंत्र सर्वत्र जोर-शोर से चल रहा है, तो दूसरी ओर ‘गजवा-ए-हिन्द’ आदि विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत विश्व को इस्लाममय बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं । इस वैश्विक परिस्थिति में हिन्दू विचारक, अध्येता स्वबोध एवं शत्रुबोध इन संज्ञाओं के प्रचलन के द्वारा हिन्दू समाज में जनजागरण का अभियान चला रहे हैं

हिन्दुओं की एवं हिन्दू धर्म की दुर्दशा के कारण तथा उसके उपाय !

दिन-प्रतिदिन बहुसंख्यक हिन्दुओं एवं हिन्दू धर्म की अत्यधिक हानि हो रही है ।’ निम्नांकित लेख में उनके कारण एवं उस पर ध्यान में आए उपायों का विवेचन किया है ।

फल-ज्योतिषशास्त्र के मूलभूत घटक : ग्रह, राशि एवं कुंडली के स्थान

फल-ज्योतिषशास्त्र ग्रह, राशि एवं कुंडली के स्थान, इन ३ मूलभूत घटकों पर आधारित है । इन ३ घटकों से भविष्य का निर्धारण करना संभव होता है । इन ३ घटकों को संक्षेप में इस लेख द्वारा समझ लेते हैं ।     

वरिष्ठ नागरिक अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें ?

आयुर्वेद में बच्चों से लेकर बडों तक सभी को अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखना चाहिए, इस विषय में प्राथमिक मार्गदर्शन किया गया है । यदि हम उन नियमों का पालन करेंगे, तो हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा ।