मंदिर के पुजारियों की बैठक संपन्न !
मुजफ्फरपुर (उत्तर प्रदेश) – बिहार में बेतिया में आज भी ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा आरंभ किया गया ‘कोर्ट ऑफ वॉर्ड्स’ कानून है, जिसमें मंदिरों की भूमि की नीलामी की जाती है, यहां के मंदिर के पुजारी को आज भी मात्र ७०० रुपए वेतन दिया जाता है । जबकि इमामों को १५०००० दिए जा रहे हैं । बिहार के केवल मंदिरों से ४ प्रतिशत टैक्स वसूला जा रहा है । बोधगया स्थित शंकराचार्य मठ की पूर्व की ६५,००० एकड भूमि अब केवल १०० एकड रह गई है, यह जानकारी स्थानीय सूत्रों से ज्ञात हुई है । इस भेदभाव को दूर करने के लिए मदिरों का संगठन बहुत आवश्यक है । उक्त वक्तव्य हिन्दू जनजागृति समिति के उत्तर प्रदेश एवं बिहार राज्य समन्वयक विश्वनाथ कुलकर्णी ने किया । इस बैठक में तय हुआ कि मंदिरों की रक्षा व सरकारी अधिग्रहण से मुक्ति दिलाने को लेकर अभियान चलाया जाएगा । उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए न्यासी व पुजारियों का संगठित होना आवश्यक है । जनवरी में राज्य स्तरीय मंदिर की बैठक की जाएगी । उसमें आगे की रणनीति बनेगी । बिहार में हलाल सर्टिफिकेशन पर प्रतिबंध लगना चाहिए । बैठक में बाबा गरीबनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक, अखंड भारत पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पंडित हरिशंकर पाठक इत्यादि उपस्थित थे ।
हिन्दू जागृति व्याख्यान संपन्न !
दानापुर (बिहार) – धर्मशिक्षा के अभाव में आज हिन्दू धर्माचरण नहीं कर रहा है, इस कारण धर्म के प्रति जागृत नहीं है । भारत में अधिग्रहण केवल मंदिरों का ही किया जाता है । उनसे प्राप्त राशि का उपयोग मंदिर के जीर्णाेद्धार तथा हिन्दू धर्म के उत्थान के लिए नहीं किया जाता । देश में मौलवी तथा इमामों को तो १०,००० से १५,००० वेतन है; किंतु मंदिर के पुजारियों के लिए ऐसी कोई व्यवस्था सरकार ने नहीं की है । इसी के साथ हलाल अर्थव्यवस्था भी देश के लिए अति गंभीर संकट बनती जा रही है । इसलिए सभी का सतर्क रहकर संगठित रहना बहुत आवश्यक है । उक्त बातें यहां के आनंदबाजार क्षेत्र में धर्मप्रेमी श्री. राकेश कुमार द्वारा आयोजित हिन्दू जागृति व्याख्यान में उपस्थित धर्मप्रेमियों को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा राज्य के समन्वयक श्री. विश्वनाथ कुलकर्णी ने कहीं ।
सनातन धर्म रक्षा सम्मेलन में हिन्दू जनजागृति समिति भी सम्मिलित
पटना (बिहार) – सबसे तीव्र गति से आगे बढती हलाल अर्थव्यवस्था देश की सुरक्षा के लिए गंभीर समस्या निर्माण कर रही है । हलाल अल्पसंख्यकों के लिए जो लागू है, वह बहुसंख्यकों पर लादना योग्य नहीं । अतः हलाल अर्थव्यवस्था के बढते संकट का सामना करने के लिए सभी का संगठित होना अनिवार्य हो गया है । उक्त बातें हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. राजन केशरी ने रविवार को पटना के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) हॉल में आयोजित सनातन धर्म रक्षा सम्मेलन, जिसका आयोजन भारतीय जन क्रान्ति दल डेमोक्रेटिक एवं मठ मन्दिर बचाओ महाभियान के संयुक्त तत्त्वावधान में किया गया था । सम्मेलन में अनेकों साधु-संतों ने भाग लिया था । कार्यक्रम में मठ-मन्दिरों की वर्तमान स्थिति तथा उसपर उपाय के संदर्भ में सनातन संस्था की ओर से श्रीमती सानिका सिंह ने उपस्थितों को संबोधित किया । भारतीय जन क्रान्ति दल के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. राकेश दत्त मिश्र ने इस कार्यक्रम का संचालन किया । कार्यक्रम में महंत रामशरण दास, सुरेश दास, धनदास, बालक दास, सागरदास, श्याम दास, स्वामी बाल कृष्ण, राम भसन दास, नारायण दास, दिनेश दास, अमरजी दास, निरंजन शर्मा, कमलेश पुण्यार्क, अधिवक्ता कृष्ण बल्लभ शर्मा, कमल पाठक, महेश दास तथा अन्य धर्माभिमानियों की उपस्थिति थी ।
सर्वार्थ से सर्वश्रेष्ठ सनातन संस्कृति प्रत्येक हिन्दू के लिए गौरव का विषय ! – श्रीमती सानिका सिंह, सनातन संस्था
पटना (बिहार) – हमारी सनातन संस्कृति के आधार स्तंभ रहे ऋषि-मुनियों ने पारलौकिक उन्नति के साथ-साथ लौकिक क्षेत्र में अभिनव योगदान दिया । शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति इत्यादि की दृष्टि से सनातन संस्कृति ने विश्व को अनमोल धरोहर दी है । इस पर हम सभी को गर्व होना चाहिए । आज विद्यार्थियों के जीवन में विविध समस्याएं हैं । साधना से मन की एकाग्रता बढती है । इस कलियुग में नामजप ही साधना है, इसलिए सभी को अपने कुलदेवता के नाम का जप करना चाहिए । ऐसा सनातन संस्था की श्रीमती सानिका सिंह ने बोरिंग रोड स्थित कैरियर कोचिंग में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा । उसके साथ ही नमस्कार की पद्धति, धर्माचरण के संदर्भ में भी बताया गया, जिसे सुनकर सभी विद्यार्थी उत्साहित हुए ।